सिक्खों के चौथे गुरू श्री गुरु रामदासजी महाराज का प्रकाश पर्व हर्षोल्लास से मनाया
मुकेश खेड़े
बड़वाह - स्थानीय गुरुद्वारे साहब में सिक्ख समाज द्वारा सोमवार को सिक्खों के चौथे गुरू श्री गुरु रामदासजी महाराज का प्रकाश पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया । श्री गुरु सिंघ सभा के सचिव मनप्रीत सिंह भाटिया ने बताया कि श्री गुरु रामदासजी जिन्हें सोडी सुल्तान के नाम से भी जाना जाता है
उनके द्वारा पंजाब स्थिति स्वर्ण मंदिर की स्थापना की गई थी । जबकि स्थापना के पूर्व स्वर्ण मंदिर चक रामसर के नाम से जाना जाता था ।जिसकी स्थापना के बाद अब श्री अमृतसर नाम रखा गया। श्री गुरु सिंघ सभा के अध्यक्ष रविन्दर सिंह भाटिया ने बताया कि इस अवसर पर 30 अक्टूबर सोमवार सुबह और शाम को विशेष किर्तन दिवान का आयोजन किया गया ।
जिसमें गंगानगर से ज्ञानी दिलीप सिंह एवं अमृतसर श्री दरबार साहिब से हजुरी राग्गी ज्ञानी स्वरूप सिंह मुख्य रुप से पधारें । दोनों ही दीवानों में समुह सिक्ख संगत पूरे उत्साह के साथ शामिल हुई। श्री गुरु सिंघ सभा की और से सभी पधारीं संगत के लिए लंगर का आयोजन किया गया ।
कार्यक्रम के अंत में समिति सचिव सतविंदर सिंह भाटिया द्वारा समुह साध संगत का आभार व्यक्त किया । इस शुभ अवसर पर समाज के सभी वरिष्ठ जनों के साथ समस्त सिक्ख समाज एवं युवा जत्था की भी गरिमामय उपस्थिति रही । उक्त जानकारी श्री गुरु सिंघ सभा के मीडिया प्रभारी परविंदर सिंह भाटिया मोनु द्वारा दी गई ।
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