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वैश्विक महामारी कोरोना में हर बार लॉकडाउन समस्या का हल नहीं-श्रीमती बंसल Lockdown problem not solved every time in global pandemic corona - Mrs Bansal

 वैश्विक महामारी कोरोना में हर बार लॉकडाउन समस्या का हल नहीं-श्रीमती बंसल

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सरकार की गलत नीतियों के कारण महंगाई और अर्थव्यवस्था के बुरे दौर से गुजर रही है जनता

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भाजपा की रैलियां और होली मिलन समारोह हो रहे फिर बाजार पर प्रतिबंध कैसा ? 

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नीमच। वैश्विक महामारी कोरोना की रोकथाम के लिए चिकित्सकीय और तकनीकी उपाय किए जाने चाहिए, लेकिन हर बार लॉकडाउन कर देना समस्या का हल नहीं है। भाजपा सरकार की गलत नीतियों के कारण समाज का कमजोर और मध्यमवर्गीय तबका इस समय अर्थव्यवस्था के बुरे दौर से गुजर रहा है। 80% आबादी के रोजगार और व्यापार पर संकट खड़ा हो गया है।

यह जानकारी देते हुए नीमच जिला कांग्रेस कार्यवाहक अध्यक्ष श्रीमती मधु बंसल ने बताया कि देश में इस समय पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं, इन चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह सहित भाजपा के बड़े नेता रेलियां निकाल रहे हैं, इनकी सभाओं में भारी भीड़ देखी जा रही है। इसी तरह हाल ही में जावद में भाजपा का होली मिलन समारोह हुआ है। आश्चर्यजनक है कि इनकी रैलियों और सभाओं में ना मास्क लगाया जा रहा है और न ही सोशल डिस्टेंस का पालन किया जा रहा है। जबकि खुले बाजार में महामारी का भय दिखाकर लाक डाउन किया जा रहा है। सत्ता की भूख में भाजपा के लोगों का यह दोहरा चरित्र जनता के सामने आ चुका है।


श्रीमती बंसल ने कहा कि लॉकडाउन के कारण सरकार ने समाज के कमजोर और मध्यमवर्गीय समाज का कामकाज और व्यापार तो ठप कर दिया, जबकि बैंकों ने कर्ज की वसूली के लिए दबाव बनाया है। इससे कर्ज लेकर कामकाज करने वाले लोगों की आर्थिक हालत खराब हो गई है। उधर खाद्धान और ईंधन में बेतहाशा मूल्य वृद्धि हुई है। जिसके कारण गरीब और मध्यम वर्गीय समाज का जीना दूभर हो गया है। भाजपा की तानाशाह सरकार ने जनता की सुविधा और व्यवस्था की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया है।

श्रीमती बंसल ने कहा कि केंद्र की मोदी और राज्य की शिवराज सरकार तानाशाह हो गई है। गुणात्मक रूप से बड़ी महंगाई से जनता कराह रही है। लॉकडाउन के कारण शहरी क्षेत्र में छोटे दुकानदार (फुटकर), ठेला लगाने वाले, सड़कों के किनारे छोटी दुकानें लगाने वाले, फेरी लगाकर रोजगार कमाने वाले सहित अनेक लोग बेहद परेशान हैं। ग्रामीण क्षेत्र में महंगाई के कारण लोग अभावग्रस्त हो चुके हैं। भाजपा सरकार की तानाशाही के कारण देश की अर्थव्यवस्था 10 वर्ष पीछे चली गई है।

श्रीमती बंसल ने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना की रोकथाम के लिए टीकाकरण, जांच और जागरूकता केउपाय किए जाने चाहिए, लेकिन लाक डाउन इस समस्या का हल नहीं है।

श्रीमती बंसल ने कहा कि निश्चित रूप से कोरोना महामारी की रोकथाम होनी चाहिए, इसके लिए जरूरी उपाय भी होने चाहिए। लेकिन इस समय जनता के सामने बीमारी से मौत की तुलना में भूख और बेकारी से मौत का संकट भी खड़ा है। और सरकार इस तथ्य को गंभीरता से नहीं ले रही है।

श्रीमती बंसल ने कहा कि प्रजातंत्र में सरकार जनता के लिए होती है लेकिन भाजपा सरकार देश में व्यापार कर रही है। जैसा कि ईस्ट इंडिया कंपनी ने किया था। हालात यह है कि देश में जब भी समाज के गरीब और कमजोर वर्ग की समस्या बढ़ती है तो यह सरकार उस समस्या के निदान की बजाए कभी धर्म तो कभी राष्ट्रवाद के नाम पर गुमराह करती हैं। जहां तक कोरोना महामारी का सवाल है तो इसकी चिकित्सा के नाम पर करोड़ों रुपए का भ्रष्टाचार हो रहा है। महामारी के लिए चले अभियान की न तो व्यवस्थित मॉनिटरिंग हो रही है और ना ही नियंत्रण हो पा रहा है। जब से यह महामारी आई है, अस्पतालों में जांच के नाम पर जनता की जेबें खाली करी जा रही है। कमीशन के खेल में बीमारी का भय फैलाकर अवैध वसूली का काम जोरों पर है।

श्रीमती बंसल ने मांग की है कि संकट के समय सरकार को खाद्यान्न और ईंधन के क्षेत्र में बढ़ती महंगाई को नियंत्रण में लाना चाहिए। रोजगार के नए अवसर सृजित करना चाहिए। हर बार लाकडाउन करने की बजाय, सतत रूप से जागरूकता का अभियान चलाना चाहिए। सभी जिला और तहसील स्तरीय अस्पतालों में कोरोना की जांच ,सीटी स्कैन और वैक्सीन के पर्याप्त प्रबंध करने चाहिए। देशभर में 1 वर्ष से व्यापार -व्यवसाय लॉकडाउन के कारण ठप रहा है, इसके मद्देनजर दुकान- व्यापार और वाहन आदि क्षेत्र में लिए गए लोन, उस पर लगी पेनाल्टी और ब्याज की वसूली पूर्णत: बंद होनी चाहिए।

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