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ऐआई अब कल्पना नहीं, वास्तविकता: प्री-देवफ़ेस्ट प्रील्यूड में विशेषज्ञों ने बांटे अनुभव AI is no longer a fantasy, but a reality: Experts share their experiences at Pre-DevFest Prelude


इंदौर / 15 नवंबर को DAVV ऑडिटोरियम में आई.ई.टी. डी.ए.वी.वी  और गूगल डेवलपर ग्रुप इंदौर(जी.डी.जी. इंदौर)  के संयुक्त तत्वावधान में “AI Unplugged: A Prelude to DevFest” कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें इंदौर व आसपास के कई कॉलेजों के छात्र, GDG समुदाय के लगभग 800 से ज्यादा छात्र उपस्थित रहे और कार्यक्रम का भरपूर आनंद लिया।

इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य जनरल ऐआई, क्लाउड वर्कफ़्लोज़ और ऐआई-युग में करियर के नवीन रास्तों पर व्यापक चर्चा कराना था। कार्यक्रम में विश्व में चल रही नई तकनीकी प्रवृत्तियों पर विचार-विमर्श हुआ और बताया गया कि भविष्य की तकनीक अब केवल कल्पना नहीं, बल्कि वास्तविकता का रूप ले चुकी है।कार्यक्रम में बाहर से आए विद्यार्थियों ने भी बढ़-चढ़ कर भाग लिया और सत्रों को सराहा।

वक्ताओं और सत्रों के संक्षिप्त नोट्स

धनंजय कुमार ( नोमाकोडर एआई )— 

धनंजय कुमार ने ऐआई के समग्र परिदृश्य, हाल की प्रगति और व्यावसायिक एवं शैक्षिक परिदृश्यों में उसके प्रभाव पर व्यापक रूप से चर्चा की। उनके शब्दों में ऐआई अब उपकरण से परे एक पारिस्थितिकी बन चुका है जो उद्योग, शिक्षा और सर्विसेज़ में नए मानक स्थापित कर रहा है।

माधवी शेल्के ( लीड सॉफ्टवेर इंजीनियर इम्पेटस) — GenAI Unlocked: From Prompts to Agents

माधवी ने प्रॉम्प्ट इंजीनियरिंग से लेकर एजेंट-आधारित सिस्टम तक के सिद्धांत और प्रैक्टिस साझा किए। उनके सत्र में यह समझाया गया कि कैसे सरल प्रॉम्प्ट्स को बेहतर करके तथा मल्टी-स्टेप एजेंट डिजाइन करके जेनरेटिव ऐआई की क्षमताओं को व्यवहारिक समाधान में बदला जा सकता है।

आयुष अरोरा ( फाउंडर फ़िल्टरपिक्सल)  — Streamlining GenAI with Google Cloud Workflows 

आयुष ने दिखाया कि कैसे Google Cloud Workflows का उपयोग करके GenAI प्रणालियों के ऑर्केस्ट्रेशन, स्केलिंग और ऑटोमेशन को सुव्यवस्थित किया जा सकता है। उन्होंने वर्कफ़्लो-आधारित पाइपलाइनों के व्यावहारिक उदाहरण और संचालन में आने वाली चुनौतियों का हवाला दिया।

हिमांशु रामचंदानी ( एआई इंजीनियरिंग लीडरशिप) — How to Learn AI Fast with Builder's Mindset?

हिमांशु ने ‘बिल्डर माइंडसेट’ अपनाकर तेज़ी से ऐआई सीखने के तरीकों पर फोकस किया — प्रोजेक्ट-आधारित अभ्यास, छोटे-छोटे एजेण्डा, और निरंतर डिप्लॉयमेंट व फीडबैक-लूप को सीखने की कुंजी बताया।

From Code to Career: Navigating Jobs in the AI Era (Panel Discussion) 

पैनल ने -युग में नौकरी के बदलते स्वरूप, आवश्यक स्किल्स (डेटा-स्किल्स, मॉडल-इंटीग्रेशन, इंफ्रास्ट्रक्चर नॉलेज), इंटरव्यू टिप्स और इंडस्ट्री में एंट्री व ग्रोथ पाथ पर व्यावहारिक मार्गदर्शन दिया। पैनलिस्ट्स ने छात्रों को प्रोजेक्ट-फोकस्ड पोर्टफोलियो और लगातार सीखने पर ज़ो दिया 

आयोजन का योग और प्रभाव

इस इवेंट ने न केवल तकनीकी जानकारी दी, बल्कि इंदौर की टेक कम्युनिटी के बीच विचारों का आदान-प्रदान और नेटवर्किंग को भी सशक्त किया। Google Developer Group Indore के लगभग 800 इंजीनियर, IET DAVV के विद्यार्थी तथा अन्य कॉलेजों के छात्र मिले — और भविष्य की तकनीकों की झलक ने उपस्थितों में उत्साह व प्रेरणा भर दी। आयोजकों एवं सह-प्रशिक्षकों के समन्वय से यह कार्यक्रम सुचारू रूप से संपन्न हुआ।

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