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जनजातीय गौरव दिवस पर ग्राम मोरतलाई में मुख्यमंत्री ने किया भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा का अनावरण Chief Minister unveiled the statue of Lord Birsa Munda in village Mortalai on Tribal Pride Day


जयेश पटेल दबंग देश

खेतिया मोरतलाई –बड़वानी जिले के पानसेमल विधानसभा क्षेत्र के ग्राम मोरतलाई में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस समारोह में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश को “ट्राइबल स्टेट” कहा जाता है और जनजातियां प्रदेश की मुकुट मणियां हैं।



समारोह में मुख्यमंत्री ने कहा, “जनजातीय गौरव दिवस वह शंखनाद है, जिसने नई पीढ़ी को वीर जननायकों के बलिदान, शौर्य और साहस से परिचित कराया है।” उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश की धरती और संस्कृति ही हमारी पहचान है और यह पहचान सभी के लिए गौरव की बात है।

विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर 133 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले 11 विकास कार्यों का लोकार्पण एवं भूमिपूजन किया। इनमें 46 करोड़ रुपये से निर्मित राजपुर‑दवाना मार्ग का लोकार्पण, 14 करोड़ 86 लाख रुपये की लागत से सेंधवा में नवीन शासकीय महाविद्यालय भवन का भूमिपूजन तथा पानसेमल‑वरला में उद्वहन सिंचाई परियोजना के विस्तार की घोषणा शामिल है। इस परियोजना के तहत जिले के सभी 51 गांवों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराया जाएगा।



शैक्षणिक एवं सामाजिक पहलें

पानसेमल में रेस्ट हाउस, एसडीओपी कार्यालय, टेमला में हायर सेकेंडरी स्कूल, मोरतलाई के मिडिल स्कूल को हायर सेकेंडरी में प्रोन्नत करना तथा रायचूल हाईस्कूल में हायर सेकेंडरी कक्षाओं की शुरुआत जैसी घोषणाएँ भी की गईं। इसके अतिरिक्त, रामगढ़‑सापखड़की तक पक्की सड़क निर्माण की भी घोषणा की गई।

जनजातीय नायकों को स्मरण

मुख्यमंत्री ने धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर उनके आदमकद प्रतिमा का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि बड़वानी की मिट्टी ने भीमा नायक, खाज्या नायक और वीर बिरजू नायक जैसे अमर बलिदानियों को जन्म दिया है। उन्होंने जनजातीय नायकों को सम्मान देने की परम्परा को पुनर्जीवित करने की बात कही।

कल्याणकारी योजनाएँ

डॉ. यादव ने राज्य सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का उल्लेख किया, जिनमें भावान्तर योजना के तहत 5 328 रुपये प्रति क्विंटल सोयाबीन खरीद, लादली बहनों को 45 हजार करोड़ रुपये की सहायता, किसान सम्मान निधि के तहत 12 हजार रुपये की राशि, डॉ. भीमराव अंबेडकर कामधेनु योजना के तहत डेयरी व्यवसाय के लिए अधिकतम 10 लाख रुपये का अनुदान, तथा पेसा कानून व वन अधिकार अधिनियम के माध्यम से जनजातीय समुदाय को सशक्त करना शामिल है।

समापन

समारोह में राज्यसभा सदस्य डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी, कौशल विकास एवं रोजगार राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गौतम टेटवाल, अनूसूचित जनजाति आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष अंतरसिंह आर्य, जिला पंचायत अध्यक्ष बलवंत पटेल, पूर्व मंत्री प्रेमसिंह पटेल तथा कई स्थानीय जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। कार्यक्रम में उपस्थित जनसमुदाय ने पुष्प वर्षा कर मुख्यमंत्री का स्वागत किया और सेल्फी के माध्यम से अपनी खुशी व्यक्त की।

यह समारोह बड़वानी में जनजातीय गौरव दिवस के महत्व को उजागर करने के साथ ही क्षेत्र के समग्र विकास के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।

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