पंचपुष्प महाकथा का आरंभ दुर्घटनाओं के साथ Panchpushpa Mahakatha begins with accidents

 पंचपुष्प महाकथा का आरंभ दुर्घटनाओं के साथ

राकेश सिंह चौहान

कल प्रथम दिन कोटेश्वर महादेव बदनावर में लोगों का हुजूम धीरे-धीरे बढ़ता गया कथा 2:30 पर आरंभ हुई जिसमेंपंडित प्रदीप मिश्रा जी ने बताया कि आप कहां बैठे हो इसकी कीमत आप स्वयं बता सकते हो, फालतू जगह बैठोगे तो तुम्हारी कीमत कम हो जाएगी। 

कल प्रथम दिन कोटेश्वर महादेव बदनावर में लोगों का हुजूम धीरे-धीरे बढ़ता गया कथा 2:30 पर आरंभ हुई जिसमेंपंडित प्रदीप मिश्रा जी ने बताया कि आप कहां बैठे हो इसकी कीमत आप स्वयं बता सकते हो, फालतू जगह बैठोगे तो तुम्हारी कीमत कम हो जाएगी।

अभी गेहूं की कटाई का दौर चल रहा है तो एक बोरी भूसा अपनी गाय के लिए रखते हो यदि एक बोरी दूसरे के लिए भी रख दोगे तो वह भंडारा ही कहलाएगा। जिस कुएं में बावड़ी में जिस स्थान पर पानी की कमी होती चली जाए, वहां उसके आसपास बेल पत्री लगाना शुरु कर दो जब पार्वती  से मिलने शिव जी आएंगे तो अपने साथ गंगा लेकर आएंगे और वहां पानी  पर्याप्त मात्रा में मिलना शुरू हो जाएगा।

शंकर भगवान की पूजा चाहे स्त्री हो पुरुषों जिस भाव से पूजा करती है उसकी इच्छा शिव पूरी  करते हैं।शंकर भगवान पर चढ़ा हुआ जल जो आचमन कर लेता है तो शरीर में जितने भी रोग हो वह ठीक हो जाते हैं।धीरे-धीरे ठीक हो जाते हैं। शिवजी पर चढ़ा हुआ जो भी पदार्थ हो उस वस्तु का केवल मात्र दर्शन भी कर लेता है तो उसके रास्ते में आने वाली बाधाएं भी दूर हो जाती है। आज महादेव की पूजन करने बैठे तो कहना है कि  इतना देना की मुझे किसी के आगे हाथ ना फैलाना पढ़े,और मेरे दर से कोई खाली हाथ नहीं जाए। 

लुटा दिया भंडार काशी वाले ने, भर दिया भंडार काशी वाले ने, कर दिया मालामाल काशी वाले ने, भजन पर श्रद्धालु झूम उठेप्रथम दिन बताई पारिजात की महिमा

पंचपुष्प में से एक पुष्प परिजात का फूल हार सिंगार का फूल भी कहते हैं। परिजात का पुष्प ऊपर से सफेद नीचे उसकी डंडी नारंगी होती है। संतरे के कलर की होती है। रात्रि में खिलने वाले इस फूल के बारे में शिव कथा कह रही है। कि जिस घर में संतान की प्राप्ति नहीं होती या किसी कारणवश हमारे यहां वंश की वृद्धि नहीं होती है तब महादेव की आराधना पारिजात से करें, पारिजात का फूल शिवजी को चढ़ाते है सीधे में गणेश की दाईं ओर कार्तिकेय  व बीच में अशोक सुंदरी की जगह है ऊपर से एक बूंद जो जलाधारी पर गिरती है। शिवजी की 5 बेटियां है वंश वृद्धि व  कार्य सिद्धि के लिए पारिजात के फूल से आराधना होती है 

कथा के प्रथम दिन बदनावर तहसील क्षेत्र के समस्त सरपंच, जनपद सदस्य, जिला पंचायत सदस्य सहित जिला कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष बालमुकुंद सिंह गौतम, पूर्व विधायक खेमराज पाटीदार जनपद अध्यक्ष आशा कुंवर प्रहलाद सिंह सोलंकी कांग्रेस  नेता कमल सिंह पटेल ,अभिषेक सिंह राठौर हरिनारायण सिंह पवार, मनीष बोकड़िया,करनी सेना महिला इकाई प्रदेश अध्यक्ष ममता शेखावत प्रशासनिक अधिकारी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एसडीएम एसडीओपी तहसीलदार नायब तहसीलदार सहित अनेक अधिनस्थ प्रशासनिक कर्मचारी उपस्थित थे। कथा के प्रथम दिन महिला पुरुष एवं युवाओं की भारी तादाद  रही

जहां एक और माहौल भक्तिमय था वहीं दूसरी तरफ कुछ लापरवाही भी सामने आई जैसे कि एलईडी का गिरना जिससे एक महिला गंभीर रूप से घायल हो गई दूसरा चलते हुए पंखे का जोरों से हिलना जिससे भगदड़ के जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई थी तीसरा जनरेटर सेट के तार खुले मैं पड़े थे चौथा पर्याप्त महिला शौचालय की व्यवस्था न होना भीड़ की अधिकता को देखते हुए इन पर ध्यान देना आवश्यक है

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