दूल्हा बन निकले बाबा बैजनाथ नगर बना बाराती Baba Baijnath Nagar turns out to be a bridegroom

 दूल्हा बन निकले बाबा बैजनाथ नगर बना बाराती

राकेश सिंह चौहान

आशुतोष भगवान शिव की आराधना का महापर्व शिवरात्रि बदनावर शहर में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है बात चाहे शाही सवारी की हो या बाबा के बरात की उज्जैनी के पश्चात बदनावर नगरी ही है जहां बाबा की सवारी ऐतिहासिक होती है यहां पूरे दिन नगर के समस्त भक्तगण भगवान भूतभावन की आराधना में तल्लीन रहते है बदनावर के प्राचीन बाबा बैजनाथ महादेव मंदिर में भोर से ही श्रद्धालुओं का आना प्रारंभ हो जाता है

आशुतोष भगवान शिव की आराधना का महापर्व शिवरात्रि बदनावर शहर में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है बात चाहे शाही सवारी की हो या बाबा के बरात की उज्जैनी के पश्चात बदनावर नगरी ही है जहां बाबा की सवारी ऐतिहासिक होती है यहां पूरे दिन नगर के समस्त भक्तगण भगवान भूतभावन की आराधना में तल्लीन रहते है बदनावर के प्राचीन बाबा बैजनाथ महादेव मंदिर में भोर से ही श्रद्धालुओं का आना प्रारंभ हो जाता है

 जो देर रात तक एक मेले के स्वरूप में जारी रहता है आज जब बाबा बैजनाथ महादेव मंदिर से भगवान बुध भवन की बारात निकली तो नजारा देखते ही बनता था जगह-जगह बारातियों का स्वागत के लिए कई समाजसेवी संस्थाओं के साथ सभी ने अपने अपने स्टेज लगाकर बारातियों का स्वागत किया जिसमें बजरंग व्यामशाला 

आशुतोष भगवान शिव की आराधना का महापर्व शिवरात्रि बदनावर शहर में बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है बात चाहे शाही सवारी की हो या बाबा के बरात की उज्जैनी के पश्चात बदनावर नगरी ही है जहां बाबा की सवारी ऐतिहासिक होती है यहां पूरे दिन नगर के समस्त भक्तगण भगवान भूतभावन की आराधना में तल्लीन रहते है बदनावर के प्राचीन बाबा बैजनाथ महादेव मंदिर में भोर से ही श्रद्धालुओं का आना प्रारंभ हो जाता है

श्री शिवाय ग्रुप कांग्रेस सेवादल वैष्णव बैरागी समाज श्री कृष्णा ग्रुप एवं अपना परिवार महेश्वरी समाज बदनावर ब्राह्मण समाज नगर परिषद बदनावर प्रेस क्लब बदनावर की ओर से जगह-जगह पुष्प वर्षा एवं नाश्ता बलिहारी जल आइसक्रीम आदि बैठकर बारात का स्वागत किया गया बरात में भक्तों गणों का जोश चरम पर था हर बैंड और डी जे के साथ एक एक ग्रुप चल रहा था बीच में एक झांकी जिसमें कृष्ण कन्हैया और राधा रानी का नृत्य चल रहा था अत्यंत ही मनमोहक  था अंत में बाबा अपने रथ पर विराजित होकर चल रहे थे

विशेष:- नगर परिषद का सबसे सराहनीय कार्य बारात के पीछे-पीछे सफाई कर्मी होने वाले कचरे की सफाई हाथों-हाथ कर रहे थे

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