बस हादसे में घायलों की भयावह स्थिति देख बस संचालकों पर भड़के एसडीओपी,
बनाए बसों के चालान,
मुकेश खेड़े
बड़वाह / इन्दोर खण्डवा रोड पर बड़वाह से 7 की मि दूर बागफल मनिहार के पास हुई बस दुर्घटना के बाद पुलिस प्रशासन व यातायात विभाग रविवार को अलर्ट मोड में नजर आया। बस दुर्घटना में 3 बेकसूर यात्रियों की मौत व 45 लोगो के गम्भीर रूप से घायल होने के बाद बड़वाह एसडीओपी विनोद दीक्षित भी बस मालिको के खिलाफ खुलकर मुखर हो गए। दरअसल सोमवार को एसडीओपी दीक्षित ने थाने में बस ऑपरेटरों,पत्रकारों और नगर के गणमान्य लोगों की बैठक रखी थी। बैठक में मध्यप्रदेश बस ऑपरेटर्स के अध्यक्ष गोविंद शर्मा ने रविवार को हुई बस दुर्घटना के लिए चालक को जिम्मेदार बताने की अपेक्षा बस में तकनीकी खराबी की वजह बता कर बचाव करने लगे तो दीक्षित ने शर्मा पर भड़क गए।
उन्होंने कहा कि बस में सवार सभी यात्रियों ने कहा है कि चालक बस तेज रफ्तार से चला रहा था। और 32 सीट की परमिट वाली बस में जब 50 यात्री से ज्यादा बैठे थे और तो और अनेक यात्री चालक के शराब पिने की बात भी कह रहे थे। जिससे साफ लग रहा है कि बस दुर्घटना में चालक की लापरवाही है और आप चालक का बचाव कर रहे है बैठक में एसडीओपी दीक्षित ने कहा कि आप बस मालिक कल घटना स्थल पर मौजूद नही थे। किंतु कल हमने जब घटना देखी तो हमारी रूह तक कांप गयी।
यात्रियों के अंग क्षत विक्षत हो गए, अफरातफरी मच गई, जिधर देखो उधर चीख पुकार मची थी।लोग लहूलुहान होकर घायल हो गए और आप बस मालिक जिम्मेदारी लेने से भी बच रहे है। अगर बस को चालक लापरवाही से चला रहा है सवारियां क्षमता से अधिक बैठा रहा है तो बस संचालक भी पूरी तरह दुर्घटनाओ के जिम्मेदार माने जाएंगे।
उन्होंने कहा कि मैने यंहा बस ऑपरेटरों को ऐसी दुर्घटना फिर न हो इसके लिए बुलाया है और आप हमें ही समझा रहे हो कि बस की खराबी की वजह से दुर्घटना हुई। उपाध्यक्ष राजेश जायसवाल नपाध्यक्ष राकेश गुप्ता ने भी बस ऑपरेटर्स से जवाब तलब शुरू कर दिए। साथ ही चौराहे पर बस में सवारियों को बैठाने में खड़े रहने वाले एजेंट की भी शिकायत की तो एसडीओपी ने टी आई जगदीश गोयल निर्देशित किया है कि आज से ही चोराहे पर पर एजेंटी बंद हो जाना चाहिए।
दोपहर 12 बजे बाद कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम व एस पी धर्मवीर सिंह के निर्देश पर खरगोन से आये यातायात विभाग व पुलिस प्रशासन ने संयुक्त रूप से काटकूट फाटे पर बसों की ओवर लोडिंग, तेज रफ्तार एवम परमिट को लेकर सघन चेकिंग अभियान चलाया। जिसमे अनेक 30 से 35 बसों के चालान भी बनाये गए।
मशीन से जांची बसों की स्पीड....
ओवरस्पीड बसों की निगरानी के लिए खरगोन से इंटरसेप्टर मशीन आई थी।इंदौर से आने वाली बसों में स्पीड लिमिट की जांच के लिए मशीन को मनिहार के पास लगाया गया।जिले के यातयात प्रभारी दीपेन्द्र स्वर्णकार ने बताया की इस मशीन के द्वारा किसी भी वाहन की स्पीड पता लगाई जा सकती है।साथ ही एक कैमरा भी होता है।जिसे तेज गति से गुजरने वाली गाड़ी का फोटो भी लिया जाता है।ताकि उसके नंबर का पता लगाया जा सके।मशीन द्वारा हायवे पर 60 किलोमीटर से अधिक की रफ्तार से तेज दौड़ रही बसों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी
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