महु/पीएमश्री केंद्रीय विद्यालय महू में बाल दिवस के उपलक्ष्य में जनजातीय बाल मेला–2025 का आयोजन अत्यंत हर्षोल्लास के साथ किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रातःकालीन सभा में पंडित जवाहरलाल नेहरू जी के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया। बाल दिवस के अवसर पर विद्यालय प्राचार्य श्रीमती संगीता शेल्के ने सभी विद्यार्थियों को शुभकामनाएं और शुभाशीष प्रदान किया।
प्रातःकालीन सभा में विद्यार्थियों ने समूह गान, नृत्य तथा चाचा नेहरू की वेशभूषा में आकर्षक झांकी प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया। कार्यक्रम की गरिमा उस समय और बढ़ गई जब विद्यालय के पूर्व छात्र—सत्र 1980-85 बैच के वरिष्ठ अतिथि श्री महेश शर्मा, डॉ. राकेश शारदा एवं श्री रेजी एंटोनी—ने उपस्थित होकर अपने स्कूल दिनों की यादें साझा कीं और बच्चों को प्रेरणादायक संदेश दिए।
इस वर्ष बाल मेले की विशेष थीम भारतीय जनजातियों पर केंद्रित रही। कक्षा 6 से 9 तक के विद्यार्थियों ने अपनी-अपनी निर्धारित जनजातियों—कोल, कोरकू, बैगा, भारिया, सहारिया, पनिका, मुंडा, अगरिया, अबूझमाड़िया, भील, भीलाला एवं गोंड—के आधार पर अपने स्टॉल आकर्षक ढंग से सजाए। जनजातीय वेशभूषा पहने विद्यार्थियों ने अपने-अपने खेलों का संचालन किया, जिससे वातावरण पूरी तरह पारंपरिक संस्कृति और उत्साह से भर गया।
स्टॉल्स के मूल्यांकन में वेशभूषा, सजावट, खेल व्यवस्थापन और कूपन संख्या को आधार बनाया गया। विद्यार्थियों ने अपनी कक्षा एवं थीम के नाम दर्शाते हुए आकर्षक स्टॉल तैयार किए और कूपन के माध्यम से खेलों में सहभागिता दर्ज कराई, जिसमें सभी कक्षाओं की भागीदारी उल्लेखनीय रही।
बाल मेले का उद्घाटन विद्यालय प्राचार्य श्रीमती संगीता शेल्के एवं उपप्राचार्य श्री देवेंद्र कुमार सुकरिया द्वारा किया गया। मिष्ठान वितरण और विभिन्न खेल गतिविधियों ने कार्यक्रम को और भी रोचक बनाया, जिससे सभी विद्यार्थियों ने पूरे उत्साह के साथ मेले का आनंद उठाया।
अंत में, जनजातीय बाल मेला–2025 विद्यालय के विद्यार्थियों की सृजनात्मकता, सांस्कृतिक ज्ञान, सहभागिता और आनंद का एक अनूठा संगम बनकर सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।


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