मां का स्नेह जीवन की नींव है
डॉ. प्रगति जैन
शिक्षाविद
मनावर । मां का प्रेम, समर्पण और बलिदान हर किसी के लिए अनमोल है । मैं स्वयं एक मां हूं और मां बनने के बाद मुझे मां की शक्ति व उसके निश्छल प्रेम का और अधिक एहसास हुआ। यह रिश्ता सबसे पवित्र एवं अद्वितीय है ।
उसके प्यार और स्नेह की अनंतता का वर्णन शब्दों में बयां करना नामुमकिन है। मां की ममता हमें एक ताकत देती है जो जिंदगी के मुश्किल क्षणों में लड़ने की प्रेरणा प्रदान करती है। मां जीवन की पहली शिक्षक होती है जो हमें जीवन के मूल्य और नैतिकता की शिक्षा देती है।
वह हमें संवेदनशीलता, संयम और समर्पण का आदर्श सिखाती है । चाहे हम सफल हो या असफल, वह हमेशा हमारे साथ होती है। मां का स्नेह हमें हर परिस्थिति में आत्मविश्वास और साहस देता है। उसके स्वार्थ रहित बलिदान, प्रेम व समर्पण का मूल्य हमें हमेशा महसूस होता है।
उसकी ममता से हमें जीवन में संतुलन और स्थिरता प्राप्त होती है । उसका स्नेह एक अदृश्य ताकत के समान है जो जीवन की सार्थकता की ओर प्रेरित करता है। अधिकांशतः मां के प्यार व स्नेह को, उसकी ममता को बहुत ही हल्के में ले लेते हैं, उसे समझ नहीं पाते किंतु वास्तविकता तो यह है
की इस संसार में यदि कोई निश्छल प्रेम है तो वह मां का ही स्नेह है। उसका बलिदान व स्वार्थ रहित प्रेम सर्वाधिक मूल्यवान है, अनमोल है व जीवन का आधार स्तंभ है। मदर्स डे केवल एक ही दिन सेलिब्रेट नहीं होना चाहिए, वरन हर दिन मां को समर्पित है ।
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