मेघनाद घाट बना, मौनी अमावस्या का केंद्र।
आयुष चिकित्सा शिविर के साथ
मां नर्मदा महोत्सव 10 फरवरी से प्रारंभ...
सुरेन्द्र कुमार जैन दबंग देश
निसरपुर -मौनी अमावस्या के पावन पर्व पर नर्मदा तट स्थित चंदनखेड़ी में बालमुकुंद दास जी आश्रम मेघनाद घाट आस्था का केंद्र बिंदु बन गया।प्रातः काल से दूरदराज के क्षेत्रो से भक्तो ने मां नर्मदा की पूजा अर्चना कर श्रद्धा की डुबकी लगाई।
इस अवसर पर जिला आयुष चिकित्सा अधिकारी डॉ रमेशचंद्र मुवेल के निर्देशानुसार बड़वान्या आयुष चिकित्सालय द्वारा चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया।
डॉ घनश्याम मीणा ने जानकारी देते हुए बताया कि मेघनाद घाट आस्था और विश्वास का केंद्र बिंदु है विगत दिनों से यहां आयोजित निःशुल्क चिकित्सा शिविर में अनेक श्रद्धालुओं को आयुर्वेद द्वारा स्वास्थ्य लाभ प्राप्त हुआ था क्षेत्र वासियों की सुविधानुसार आज पुनः आयुर्वेद चिकित्सा शिविर में रोग
परीक्षण कर आयुर्वेद दवाइयों द्वारा निःशुल्क 142 रोगियों का उपचार किया गया है। साथ ही योग,प्राणायाम और स्वास्थ्य वर्धक आहार की जानकारी शिविर में बताई।शिविर में विभाग के हीरालाल डावर,अनिता रावत , बंछा चोगढ़ , रामू मुझालदा का सराहनीय योगदान रहा ।मां नर्मदा महापुराण महोत्सव का शुभारंभ
महंत श्री बालमुकुंददासजी आश्रम मेघनाद घाट के संत श्री लखनदासजी ने बताया की 10 फरवरी से 16 फरवरी तक मेघनाद घाट पर संगीतमय मां नर्मदा महापुराण नर्मदापुरम के कथा वाचक पंडित निलेश शास्त्री के मुखारविंद से होगा।
तथा नर्मदा जयंती पर विशाल चुनरी अर्पण करके मां नर्मदा की महाआरती होगी। तत्पश्चात दोपहर 3 बजे विशाल भंडारे का आयोजन किया जाएगा जिसमे अधिक से अधिक श्रद्धालु कथा में पधार कर पुण्य लाभ प्राप्त करने की अपील आश्रम द्वारा की गई है।
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