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चातुर्मास हेतु अति भव्य मंगल आगवानी Magnificent auspicious reception for Chaturmas

 चातुर्मास हेतु अति भव्य मंगल आगवानी 

 इंदौर/ राष्ट्र संत आचार्य श्री विहर्ष सागर जी महामुनिराज ससंघ चातुर्मास की भव्य मंगल प्रवेश शोभायात्रा सोमवार 3 जुलाई 2023 प्रातः 7/27 बजे आदिनाथ जिनालय रामचन्द्र नगर चौराहे से चातुर्मास स्थल मोदी जी की नसियां बड़े गणपति इंदौर शहर के समस्त जिनालय ट्रस्ट कमेटी समस्त सोशल ग्रुप सदस्य, पुलकमंच, महासमिति, समस्त महिला संगठन एवं समस्त इंदौर नगर दिगंबर जैन समाज, विशेष निवेदन पुरुष वर्ग श्वेत वस्त्र और महिला मंडल केसरिया पीली साड़ी मे शामिल होकर भव्य मंगल प्रवेश शोभायात्रा को सफल बनाएं निवेदक दिगंबर जैन समाज समाजिक सांसद कीर्ति स्तंभ

इंदौर/ राष्ट्र संत आचार्य श्री विहर्ष सागर जी महामुनिराज ससंघ चातुर्मास की भव्य मंगल प्रवेश शोभायात्रा सोमवार 3 जुलाई 2023 प्रातः 7/27 बजे आदिनाथ जिनालय रामचन्द्र नगर चौराहे से चातुर्मास स्थल मोदी जी की नसियां बड़े गणपति इंदौर शहर के समस्त जिनालय ट्रस्ट कमेटी समस्त सोशल ग्रुप सदस्य, पुलकमंच, महासमिति, समस्त महिला संगठन एवं समस्त इंदौर नगर दिगंबर जैन समाज, विशेष निवेदन पुरुष वर्ग श्वेत वस्त्र और महिला मंडल केसरिया पीली साड़ी मे शामिल होकर भव्य मंगल प्रवेश शोभायात्रा को सफल बनाएं निवेदक दिगंबर जैन समाज समाजिक सांसद कीर्ति स्तंभ

, दिगंबर जैन सोशल ग्रुप फेडरेशन, इंदौर रीज़न श्री दिगंबर जैन पंचलश्करी ट्रस्ट मोदी जी की नसियां बड़ा गणपति राजकुमार पाटोदी, राकेश विनायका, अमित कासलीवाल एम के जैन सुशील पांड्या, डॉ जैनेन्द्र जैन हंसमुख गांधी संजीव जैन सजिवनी, राजेश लारेल, धर्मेन्द्र सिनकेम प्रीत पाल टोंग्या योगेन्द्र काला,पारस पांड्या, मनोज काला,कमल काला,नीरज मोदी, धर्मेन्द्र पाटनी, प्रदीप बडजात्या,, कैलाश लुहाड़िया, इन्दर सेठी राजेश पांड्या नकुल पाटोदी, राजेन्द्र सोनी, टीके वेद, श्रीमती पुष्पा कासलीवाल ,सरला सांवरिया , मुक्ता जैन, सारिका जैन, अंजलि जैन,मीना झांझरी आशा सोनी आदि चातुर्मास :दुनिया का सबसे बड़ा पर्व है, त्यौहार है,

 धर्म का उपहार है, चातुर्मास काल वास्तव में धर्म  लूटने, धर्म साधना का काल है। चातुर्मास में आत्मकल्याण हेतु प्रयत्न करना चाहिए, गुरु सन्निधि में शिक्षा और तत्वज्ञान प्राप्त करना चाहिए, जिससे आत्महित सधे । यह संभव भी है, क्योंकि ज्ञानी तपस्वी एक ही स्थान पर चार माह तक ठहरते हैं और साधना करते है,।

मुमुक्षु आ सानी से गुरु देव का सानिध्य पा सकता है। चातुर्मास मौज मस्ती का पर्व बिल्कुल नहीं है। यह समय केवल धर्म प्रभावना के लिए है। आत्माराधना तत्वज्ञान के लिए है । नमोस्तु शासन जयवंत हो।

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