कवर कालोनी में भागवत कथा के चौथे दिवस मनाया श्री कृष्ण जन्मोत्सShri Krishna Janmotsav celebrated on the fourth day of Bhagwat Katha in Cover Colony

 कवर कालोनी में भागवत कथा के चौथे दिवस मनाया श्री कृष्ण जन्मोत्स

मुकेश खेड़े 

अपने गुरु का अपमान या उनकी अनदेखी ईश्वर को भी अनुचित लगती है-पंडित शर्मा

बड़वाह - शहर के मध्य स्थित कवर कालोनी में स्थानीय महिला मंडल द्वारा सात दिवसीय  श्रीमद भागवत कथा का आयोजन किया जा रहा है । जहा चौथे दिवस कथा में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर कान्हा स्वरूप में नन्हे से बालक को टोकरी में विराजित कर कथा स्थल से व्यासपीठ पर लाया गया। इस दौरान महिलाओ ने संगीतमय बधाई के गीत गाकर नन्हे बालक की अगवानी की गईं।वही श्रद्धालुओं द्वारा प्रभु जन्म पर समर्पित माखन मिश्री का प्रसाद वितरण किया गया ।

कवर कालोनी में भागवत कथा के चौथे दिवस मनाया श्री कृष्ण जन्मोत्सShri Krishna Janmotsav celebrated on the fourth day of Bhagwat Katha in Cover Colony

 कथा के विभिन्न प्रसंग और संगीतमय भजनों के साथ कहे गए वृत्तांतों में पंडित दीपक शर्मा ने व्यास पीठ से कहा कि श्रीमद भागवत कथा के श्रवण से जीव के जन्म जन्मांतर के दोष समाप्त होकर पुण्य प्राप्त होकर अंततः आत्म की मुक्ति होती है। गुरु की महिमा का बखान करते हुए कहा कि अपने गुरु का अपमान या उनकी अनदेखी ईश्वर को भी अनुचित लगती है और काग भुसुंडी द्वारा ऐसा किए जाने पर भगवान भोले नाथ ने उन्हें शाप दिया था । उसकी मुक्ति के लिए स्वर्ग में किए गए यज्ञ में देवराज इंद्र द्वारा राक्षसों को साकल्य का अंश भोग देने के विषय पर उपजे क्रोध से उन पर ब्रह्म हत्या का दोष लगा था। ब्रह्म हत्या का पाप क्षीण करने के लिए उसके चार भाग हुए ।जिसका पहला भाग धरती पर है इसलिए धरती को हमने  उसका उर्वरा शक्ति जाग्रत होती है, दूसरा भाग पानी पर है,इसलिए स्नान के पूर्व जल को हिलाकर प्रभु नाम और पवित्र नदियों का स्मरण करें । तीसरा भाग पेड़ों पर और चौथा भाग महिलाओं के शरीर में हैं ।इसके प्रभाव में महिलाएं रजस्वला होती हैं।

कथा प्रसंगों से जुड़े संगीतमय भजनों पर भागवत कथा प्रेमी महिलाओं द्वारा प्रभु की भक्ति के स्वरूप नृत्य कर कथा स्थल पर स्वयं को ईश्वर के प्रति भावनात्मक समर्पण व्यक्त किया।इसके पश्चात उन्होंने विशेष प्रसंग में बताया कि देवराज इंद्र द्वारा ऋषि दधिची से हड्डियों का दान प्राप्त कर वज्र बनाया और वृत्तासुर राक्षस की मुक्ति की। श्री कंवर कालोनी मंदिर प्रांगण में महिला मंडल के तत्वाधान में प्रतिवर्ष होने वाले धार्मिक आयोजन की श्रंखला में अपने 20 वें वर्ष के आयोजन का आरंभ 18 दिसंबर रविवार से हुआ है। जिसका समय प्रतिदिन दोपहर साढ़े बारह बजे से शाम पांच बजे तक का है ।इस कथा आयोजन में  श्रीमती अलका शर्मा अध्यक्ष, गायत्री यादव, दीप्ति तापड़िया, चेतना पांचाल, वंदना चौधरी,मंगला डोंगरे,  उषा चौहान,इंदिरा बंसल,  आशा बिरला,किरण वर्मा, नर्मदा गुर्जर सहित समस्त कालोनी परिवार की ओर से भागवत प्रेमियों से धर्म लाभ लेने की अपील की है।

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