शक्ति की भक्ति में रमने की तैयारी जोरो पर, बालिका कर रही गरबे की रिहर्सल।
मुर्तिकार दे रहे आद्यशक्ति मां नवदुर्गा की प्रतिमा को आकर्षक व अन्तिम रुप।
सुनील कवलेचा आगर मालवा।
जिले में आद्यशक्ति मां नवदुर्गा की आराधना के प्रमुख शारदीय नवरात्रि की तैयारियां शुरू हो गई हैं। जिले के प्राचीन, ऐतिहासिक और चमत्कारिक मातारानी के दरबार में साफ-सफाई, रंगरोगन, सज्जा का दौर शुरू हो गया है। कई स्थानों पर बालिकाबूँएं, युवतियां और महिलाएं गरबारास का प्रशिक्षण ले रही हैं।
शक्ति की भक्ति में रमने के लिए श्रद्धालुओं द्वारा व्यापक तैयारियां की जा रही है। 26 सितंबर को घट स्थापना के साथ नवरात्रि उत्सव की धूम प्रारंभ होगी। शहर के प्राचीन श्री कालिका माता मंदिर में नवरात्रि उत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। वही गुर्फा बर्ल्डा स्थित तुल्जा भवानी मंदिर पर भी दिनभर भक्तो की दर्शन के लिए भीड रहेगी। उत्सव के तहत प्रतिदिन मां का नयनाभिराम श्रृंगार कर सुबह-शाम आरती उतारी जाएगी।
नवरात्रि में ब्रह्ममुहूर्त में होगी घटस्थापना
तुल्जा भवानी गुफा बर्ल्डा,कालिका माता मंदिर परिसर में 26 सितंबर को ब्रह्ममुहूर्त में घटस्थापना के साथ नवरात्रि महोत्सव प्रारंभ होगा। नौ दिनो तक भक्त माता रानी की भक्ति में जीन रहेगे 03 अक्टूबर को महाअष्टमी, 04 अक्टूबर को महानवमी और 05 अक्टूबर को विजयादशमी (दशहरा) मनाया जाएगा। दर्शनार्थियों के लिए मंदिर के पट दिनभर खुले रहेगे। नगर में कई जगह मां के आकर्षक पण्डाल सजाकर उनके घट स्थापना की जाएगी वही प्रतिदिन रंगारंग गरबा रास का आयोजन होगा। नवमी के दिन हवन कुंड में आहुतियां दी जाएगी। विजयादशमी पर शाम 7 बजे झांकियों के साथ रामजी की सवारी निकाली जाएगी। सवारी शहर के प्रमुख मार्गों से होकर खेल स्टेडियम स्थित रावण दहन स्थल पहुंचेगी।
मुर्तिकार मूर्तियों को दे रहे अंतिम रूपशहर में कई स्थानों पर मां नवदुर्गा की मूर्तियां सजकर तैयार हो गई, वहीं कई जगह कलाकार मूर्तियों को अंतिम रूप देने में जुटे हैं। विभिन्न स्वरूपों में मां नवदुर्गा की मूर्तियां भक्तों में आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। गरबा आयोजक मूर्ति पसंद कर स्थापना के लिए आर्डर भी दे रहे हैं। वही ग्रामीण क्षैत्र के आयोजक मां की मुर्ति को ले भी जा रहे है। गरबा परिधान व डंडियों की मांग, बालिका कर रही गरबा की तैयारी।
नवरात्रि उत्सव करीब आते ही बाजार में भी रौनक बढ़ने लगी है। प्रमुख बाजारों में डांडियों और गरबा परिधानों की दुकानें सज गई हैं। बालिकाएं, युवतियां और महिलाएं जहां इन दिनों गरबा रास का प्रशिक्षण ले रही हैं, वहीं विभिन्ना आकार-प्रकार के फैंसी डंडियों और नौ दिनों तक गरबा रास के लिए परिधान भी पसंद कर रही हैं। छावनी स्थित प्रेस में गरबा की प्रतिदिन शाम को रिहर्सल करने बडी संख्या में पहुच रही है। यहा पर महामाया गरबा मण्डल की सहयोग से सभी बालिकाओं को गरबा की निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है।


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