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शहर के सुप्रसिद्ध संगीत गुरु वलीवडेकर सर को संगीतांजलि दी अग्रणी युवा मोहन वीणा वादक श्री मनीष पिंगले ने Leading young Mohan Veena player Mr. Manish Pingle gave Sangeetanjali to famous music guru of the city, Valivadekar Sir.

शहर के सुप्रसिद्ध संगीत गुरु वलीवडेकर सर को संगीतांजलि दी अग्रणी युवा मोहन वीणा वादक श्री मनीष पिंगले ने Leading young Mohan Veena player Mr. Manish Pingle gave Sangeetanjali to famous music guru of the city, Valivadekar Sir.

' गुरुवे नमः ' में वलीवडेकर सर को चढ़ाए संगीत के अर्घ्य 


इंदौर। स्लाइड गिटार और गायन के क्षेत्र में शहर की पहचान रहे लब्ध प्रतिष्ठित कलाकार स्व. श्री विष्णु रामचंद्र वलीवडेकर की स्मृति में उनके सुशिष्य श्री मनीष पिंगले ने अभिनव कला समाज सभागार में ‘गुरुवे नमः’ कार्यक्रम में यादगार प्रस्तुति दी। शास्त्रीय से फ्यूजन तक के रंग समेटे इस महफिल में उनके साथ राहुल बेने तबले पर संगत की। बहुविध संस्कृतिकर्मी आलोक बाजपेयी ने श्री पिंगले की इंदौर के विद्यार्थी से लेकर अंतर्राष्ट्रीय स्टार तक की यात्रा रोचक ढंग से बताई।

इंदौर। स्लाइड गिटार और गायन के क्षेत्र में शहर की पहचान रहे लब्ध प्रतिष्ठित कलाकार स्व. श्री विष्णु रामचंद्र वलीवडेकर की स्मृति में उनके सुशिष्य श्री मनीष पिंगले ने अभिनव कला समाज सभागार में ‘गुरुवे नमः’ कार्यक्रम में यादगार प्रस्तुति दी। शास्त्रीय से फ्यूजन तक के रंग समेटे इस महफिल में उनके साथ राहुल बेने तबले पर संगत की। बहुविध संस्कृतिकर्मी आलोक बाजपेयी ने श्री पिंगले की इंदौर के विद्यार्थी से लेकर अंतर्राष्ट्रीय स्टार तक की यात्रा रोचक ढंग से बताई


श्री मनीष पिंगले ने अपने वादन की शुरुआत राग चारुकेशी में आलाप - जोड़ - झाला की प्रस्तुति के साथ की। विलंबित गत तीन ताल, मध्य लय अध्द्दा तीन ताल एवं द्रुत गत तीन ताल में निबद्द थी। इसके पश्चात आपने राग मिश्र पीलू में सुमधुर धुन प्रस्तुत कर दर्शकों को आल्हादित कर दिया, जो मूलतः कहरवा ताल में निबद्ध थी, यद्यपि इसके हिस्से में तीन ताल को भी स्पर्श किया गया। कार्यक्रम के अंतिम श्री पिंगले ने राग भैरवी में दादरा ताल में निबद्ध एक बहुत मीठी लोकधुन प्रस्तुत की। राग भैरवी में निबद्ध फ्यूजन कंपोजिशन से आपने अपने वादन का समापन किया। इसमें अरेबिक संगीत के पैटर्न बहुत सराहे गए। श्री पिंगले के साथ पंडित विलास खरगोनकर जी के सुशिष्य श्री राहुल बैने ने प्रभावी संगति की।

कार्यक्रम का प्रभावी संचालन बहुविध संस्कृतिकर्मी आलोक बाजपेयी ने किया। 


अतिथियों का स्वागत जाने माने मेंडोलिन वादक श्री विजय गावड़े, तबला नवाज़ श्री विलास खरगोनकर, अभिनव कला समाज के अध्यक्ष श्री प्रवीण खारीवाल, कोषाध्यक्ष श्री कमल कस्तूरी, एवं प्रो.डॉ. आर. के. जैन के किया। दीप प्रज्वलन अभिनव कला समाज के प्रधानमंत्री श्री संजीव आचार्य, संयुक्त प्रधानमंत्री श्री सत्यकाम शास्त्री ने किया। आभार प्रदर्शन कार्यकारिणी सदस्य सुश्री सोनाली यादव ने किया।


ज्ञातव्य है कि मनीष पिंगले युवा पीढ़ी के अग्रणी स्लाइड गिटारिस्ट माने जाते हैं। उनके गुरु श्री विष्णु रामचंद्र वलीवडेकर अपने जमाने के सितारा स्लाइड शो गिटारिस्ट एवं गायक माने जाते थे। पं. कुमार गंधर्व एवं पं. देवधर मास्टर के सुशिष्य पं. वलीवडेकर ने कई दशक पूर्व स्लाइड गिटार में नाम कमाया था। उनके सुशिष्य मनीष पिंगले आजकल मुंबई में रहकर संगीत जगत में स्थापित नाम बन चुके हैं तथा युवा पीढ़ी के अग्रणी स्लाइड गिटारिस्टों में शुमार किए जाते हैं। 35 से अधिक देशों में अपनी प्रस्तुति दे चुके श्री पिंगले के अनुसार श्री वलीवडेकर सर जितने अच्छे कलाकार और गुरु थे, उतने ही विनोदी भी। उनके साथ सीखना और हंसना साथ ही होता था।

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