जनता कर्फ्यू खुलते ही आम नागरिकों का बसों में सफर करना हुआ महंगा As soon as the public curfew opened, it became expensive for ordinary citizens to travel in buses

 उज्जैन से इंदौर का 76, शाजापुर व आगर का 91 और रतलाम जाने के लिए यात्रियों को चुकाना पड़ेगा 132 रुपए किराया 


जनता कर्फ्यू खुलते ही आम नागरिकों का बसों में सफर करना हुआ महंगा

मंगलवार से बसों के अस्थाई परमिट हो सकेंगे जारी


 सुनील कवलेचा दबंग देश उज्जैन

जनता कर्फ्यू 1 जून मंगलवार  से  जिले में अनलॉक होने के साथ ही मंगलवार से बसों का संचालन शुरू हो जाएगा परंतु आम नागरिकों को यहां भी राहत मिलती नहीं दिख रही है क्योंकि अब सफर करना थोड़ा महंगा पड़ेगा। क्योंकि लॉकडाउन के दौरान अप्रैल में ही शासन की तरफ से बसों का किराया बढ़ा दिया था। नए स्लैब के हिसाब से अब उज्जैन से इंदौर  76, शाजापुर व आगर का 91 और रतलाम का का सफर करने के लिए 132 रुपए चुकाना पड़ेगा।

जनता कर्फ्यू 1 जून मंगलवार  से  जिले में अनलॉक होने के साथ ही मंगलवार से बसों का संचालन शुरू हो जाएगा परंतु आम नागरिकों को यहां भी राहत मिलती नहीं दिख रही है क्योंकि अब सफर करना थोड़ा महंगा पड़ेगा। क्योंकि लॉकडाउन के दौरान अप्रैल में ही शासन की तरफ से बसों का किराया बढ़ा दिया था। नए स्लैब के हिसाब से अब उज्जैन से इंदौर  76, शाजापुर व आगर का 91 और रतलाम का का सफर करने के लिए 132 रुपए चुकाना पड़ेगा।


इधर लंबे समय से बंद पड़ी बसों को चालू करने में संचालकों को 50 से 60 हजार रुपए  खर्च करने पड़ सकते हैं। बैटरी, डीजल, सर्विसिंग व टैक्स आदि में ये राशि खर्च होगी। मप्र बस ऑनर्स एसोसिएशन के संभागीय प्रभारी शिव कुमार शर्मा ने बताया कि जिलेभर से विभिन्न रूटों पर करीब 500 बसें चलती हैं, शुरुआत में कुछ ही बसें चलेंगी

धीरे-धीरे इनकी संख्या बढ़ती जाएगी। बसें चलने से चालक, क्लीनर व अन्य सहयोगी कर्मचारियों को पुन: काम मिलने लगेगा। इधर आरटीओ संतोष मालवीय ने बताया कि जिनके पास पक्के परमिट हैं वे बसों का संचालन कर सकेंगे। बाकी अस्थाई परमिट मंगलवार से जारी करने शुरू कर दिए जाएंगे। वैसे भी केंद्र सरकार ने 31 मई तक सभी परमिट को मान्य कर दिया था।

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