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भृष्टाचारियो कोरोना से तो डरो Fear of the Coroners Corona Dabang Desh

 भृष्टाचारियो कोरोना से तो डरो

मातृवन्दना योजना की राशि के लिए nm ओर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता ने 2 हजार का नजराना मांगा नही दिया तो चक्कर घिन्नी बना दिया ।

              दबंग देश ब्यूरो चीफ गजेन्द्र माहेश्वरी

राज्य शासन ने मुख्यमंत्री श्रमिक सेवा (प्रसूति सहायता) योजना 2021 (एमएमपीएसवाई) के संबंध में दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। प्रदेश के सभी ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में पंजीकृत असंगठित मजदूर महिलाओं के लिए यह योजना 1 अप्रैल 2018 से प्रभावशील हो गई है। इसमें पंजीकृत असंगठित मजदूर महिलाओं को प्रस्तुति के दौरान कार्य से अनुपस्थित रहने के कारण होने वाले आर्थिक नुकसान की प्रतिपूर्ति की जाएगी।   इस योजना का उद्देश्य उच्च जोखिम गर्भावस्था की शीघ्र पहचान, सुरक्षित प्रसव, गर्भवती एवं शिशु का जन्म के बाद टीकाकरण महिला एवं शिशु स्वास्थ्य के लिए नगद प्रोत्साहन राशि और अनुकूल वातावरण का निर्माण करना है। मंदसौर मातृ वंदना प्रसूति सहायता राशि एक डिलीवरी पर ₹16000 दिए जाते हैं । उक्त समाचार के अनुसार मंदसौर जिला चिकित्सालय में नागुसिह पत्नी भगवंतीबाई  की प्रथम डिलीवरी 8 फरवरी 2021 को हुई लेकिन आज तक शासन की किसी भी योजना का लाभ उन्हें नहीं मिला।   नागुसिंह आंगनवाड़ी से जिला चिकित्सालय मंदसौर के 2 माह से चक्कर पे चक्कर काट रहा है लेकिन नर्स सुनीता पाटीदार उन्हें हॉस्पिटल भेज देती है कि आप जांच करो। डिलीवरी वार्ड के निलेश जी बात करने पर वो कहते हैं कि इनके एमपी आईडी नंबर नहीं है मतलब पंजीयन नंबर  जो  बच्चा भारत देश में जन्म लेता है उसका पंजीयन किया जाता है दो माह के नागु सिंह वार्ड क्रमांक दो आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से लेकर वार्ड की एनएम नर्स सुनीता पाटीदार के चक्कर काट रहा है लेकिन पंजीयन नहीं हो पाया


मंदसौर :- राज्य शासन ने मुख्यमंत्री श्रमिक सेवा (प्रसूति सहायता) योजना 2021 (एमएमपीएसवाई) के संबंध में दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। प्रदेश के सभी ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्रों में पंजीकृत असंगठित मजदूर महिलाओं के लिए यह योजना 1 अप्रैल 2018 से प्रभावशील हो गई है। इसमें पंजीकृत असंगठित मजदूर महिलाओं को प्रस्तुति के दौरान कार्य से अनुपस्थित रहने के कारण होने वाले आर्थिक नुकसान की प्रतिपूर्ति की जाएगी। 

इस योजना का उद्देश्य उच्च जोखिम गर्भावस्था की शीघ्र पहचान, सुरक्षित प्रसव, गर्भवती एवं शिशु का जन्म के बाद टीकाकरण महिला एवं शिशु स्वास्थ्य के लिए नगद प्रोत्साहन राशि और अनुकूल वातावरण का निर्माण करना है। मंदसौर मातृ वंदना प्रसूति सहायता राशि एक डिलीवरी पर ₹16000 दिए जाते हैं । उक्त समाचार के अनुसार मंदसौर जिला चिकित्सालय में नागुसिह पत्नी भगवंतीबाई  की प्रथम डिलीवरी 8 फरवरी 2021 को हुई लेकिन आज तक शासन की किसी भी योजना का लाभ उन्हें नहीं मिला।

 नागुसिंह आंगनवाड़ी से जिला चिकित्सालय मंदसौर के 2 माह से चक्कर पे चक्कर काट रहा है लेकिन नर्स सुनीता पाटीदार उन्हें हॉस्पिटल भेज देती है कि आप जांच करो। डिलीवरी वार्ड के निलेश जी बात करने पर वो कहते हैं कि इनके एमपी आईडी नंबर नहीं है मतलब पंजीयन नंबर  जो  बच्चा भारत देश में जन्म लेता है उसका पंजीयन किया जाता है दो माह के नागु सिंह वार्ड क्रमांक दो आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से लेकर वार्ड की एनएम नर्स सुनीता पाटीदार के चक्कर काट रहा है लेकिन पंजीयन नहीं हो पाया। 

2 माह हो चुके nm पाटीदार का कहना है कि डाटा ऑपरेटर मनीष शर्मा से मिलो उनसे मिलने के बाद पता चला कि इसमें पंजीयन एंट्री नहीं आ रही। आप मनीष धनोतिया डाटा ऑपरेटर से मिलो जब उनसे मिलने गए तो पता चला कि उनकी तबीयत खराब है एक सामान्य और गरीब आदमी को आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और एनएम पाटीदार मैडम दोनों मिलकर चक्कर पर चक्कर दे रहे हैं। 

बल्कि इनका दायित्व बनता है कि जिस की डिलीवरी हुई है उन्हें पोषाहार की राशि घर जाकर उपलब्ध करवाए। लेकिन घोर लापरवाही देखी जा रही है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और देश के यशस्वी प्रधानमंत्री मोदी जी की जनकल्याणकारी योजनाओं को आंगनवाड़ी कार्यकर्ता वार्ड क्रमांक दो और उस क्षेत्र की nm सुनीता पाटीदार दोनों मिलकर शासन की योजनाओं को मजाक बना रहे। नागुसिंह कागज लेकर दर-दर ठोकरें खा रहा है। 

 मुख्यमंत्री जी को अपने संज्ञान में ले और तुरंत ठोस कार्रवाई की जावे लापरवाही बरतने वालों पर मध्यप्रदेश शासन और जिला प्रशासन जांच कर कार्रवाई करे। ऐसे बहुत से लोगों को  चक्कर काटना पड़ रहे होंगे अभी तो एक मामला सामने आया है।  नागु सिंह ने एक आवेदन सीएमएचओ को भी दिया है कि मुझे बार-बार चक्कर दिए जा रहे हैं आवेदन के अनुरूप नागु सिंह ने nm ने 2000 रुपये की राशि की मांग की गई नहीं दी गई तो कार्य नहीं होगा।

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