देपालपुर में टूटा रिकॉर्ड, सवा लाख से ज़्यादा भक्तों ने किए दर्शन Record broken in Depalpur, more than 1.25 lakh devotees took darshan

गुरुपूर्णिमा पर आस्था का महासागर

देपालपुर में टूटा रिकॉर्ड, सवा लाख से ज़्यादा भक्तों ने किए दर्शन Record broken in Depalpur, more than 1.25 lakh devotees took darshan

गुरुनाम की गूंज और श्रद्धा का सैलाब – विश्व के पाँचवें धाम में उमड़ा जनसैलाब

दीपक शर्मा दबंग देश

देपालपुर /विश्व के पाँचवें धाम के रूप में स्थापित सार्वभौम हिंदू धर्म श्री 24 अवतार मंदिर, और ब्रह्मलीन गुरुदेव जयकरण दास जी महाराज की गुरु गादी पर इस गुरुपूर्णिमा के शुभ अवसर पर श्रद्धा का ऐतिहासिक दृश्य देखने को मिला।21 साल पहले गुरुदेव ने शरीर त्यागा था उसके बाद से ही भक्तो की संख्या बढ़ती जा रही है। गुरुदेव का इतना सामर्थ्य है कि सुबह 5 बजे से ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया था, और दोपहर होते-होते मंदिर प्रांगण में सवा लाख से अधिक भक्तों की मौजूदगी ने नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया।

गुरुपूर्णिमा पर जैसे ही मंदिर के पट खुले, श्रद्धालु ‘जय गुरुदेव’ के जयघोष के साथ दर्शन को उमड़ पड़े। मंदिर को विशेष तौर पर फूलों के बंगलों से सजाया गया था। गुरुदेव की आरती के समय तो हाल यह था कि प्रांगण में पैर रखने की भी जगह नहीं बची।

भक्तों ने पूरे भक्ति भाव से ‘गुरुनाम’ लिया – और वह दृश्य भावविभोर कर देने वाला था, जब एक साथ सैकड़ों श्रद्धालुओं की जुबां पर एक ही नाम था – गुरुदेव जयकरण दास जी महाराज।

मंदिर ट्रस्ट द्वारा भोजन प्रसादी, पेयजल, और विश्राम व्यवस्था जैसे प्रबंध इतने व्यवस्थित ढंग से किए गए कि इतनी विशाल संख्या के बावजूद कोई अव्यवस्था नहीं हुई। इस दौरान ट्रस्ट सचिव चिंटू वर्मा ,मन्दिर ट्रस्ट से जुड़े भक्त अलसुबह से ही व्यवस्थाओं में जुट गए वही गुरुभक्तों से भोजन प्रसादी करने का आग्रह करते नजर आए वही भक्तो ने ऐसी व्यवस्था सम्हाली की गुरुभक्त भी प्रसन्न हो गए।

ट्रस्ट के अनुसार, यह पहला अवसर है जब एक ही दिन में इतनी भारी संख्या में भक्त पहुंचे।इस पावन दिन को और भी ऐतिहासिक बना दिया भक्तों के स्वतःस्फूर्त सेवाभाव, दर्शन की अनुशासित पंक्तियाँ, और गुरुनाम की अखंड ध्वनि ने।

यह केवल एक धार्मिक आयोजन नहीं था – यह श्रद्धा, आस्था और गुरु के प्रति समर्पण का विराट पर्व बन गया, जिसे देपालपुर और पूरे मालवा क्षेत्र की धार्मिक चेतना का गौरव दिवस कहा जाए, तो अतिशयोक्ति नहीं होगी।संपूर्ण भारत के श्रद्धालुओं का केंद्र बनता जा रहा है देपालपुर का 24 अवतार मंदिर – आस्था का यह सैलाब उसकी गवाही है।इस दौरान पुलिस बल का भी विशेष सहयोग पूरे समय रहा।

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