शहीद दिवस पर आयोजित हुआ मिड मालवा स्कूल का वार्षिकोत्सव सृजन Mid Malwa School's annual function Srijan organized on Martyr's Day

 शहीद दिवस पर आयोजित हुआ मिड मालवा स्कूल का वार्षिकोत्सव सृजन

1857 की क्रांति में मालवा का महत्वपूर्ण योगदान रहा मुख्य अतिथि : डॉ पुरोहित

राकेश सिंह दबंग देश

बदनावर। मिड मालवा इंस्टीट्यूट के तृतीय वार्षिकोत्सव एवं पुरस्कार वितरण समारोह सृजन का आयोजन मुख्य अतिथि पर्यावरण विद् डॉक्टर खुशाल सिंह पुरोहित, विशेष अतिथि पूर्व जिला क्षय अधिकारी डॉ अभय ओहरी, समाजसेवी कुसुम चाहर, वार्ड पार्षद भारती राठौड़, संस्था अध्यक्ष रमेशचंद्र चौहन एवं संचालक नवीन चौहान के आतिथ्य में संपन्न हुआ।

बदनावर। मिड मालवा इंस्टीट्यूट के तृतीय वार्षिकोत्सव एवं पुरस्कार वितरण समारोह सृजन का आयोजन मुख्य अतिथि पर्यावरण विद् डॉक्टर खुशाल सिंह पुरोहित, विशेष अतिथि पूर्व जिला क्षय अधिकारी डॉ अभय ओहरी, समाजसेवी कुसुम चाहर, वार्ड पार्षद भारती राठौड़, संस्था अध्यक्ष रमेशचंद्र चौहन एवं संचालक नवीन चौहान के आतिथ्य में संपन्न हुआ।

सर्वप्रथम मां सरस्वती, मां भारती एवं अमर बलिदानी भगत सिंह सुखदेव एवं राजगुरु के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलन एवं पुष्प अर्पित कर सृजन की शुरुआत की गई। मन की वीणा से गुंजित माॅं वाग्देवी की संगीतमय आराधना कर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रारंभ किया गया। प्री प्राइमरी के विद्यार्थियों ने अतिथियों के स्वागत के लिए शानदार वेलकम नृत्य प्रस्तुत किया,

 संगीत के विद्यार्थियों द्वारा राग यमन, ये चमक ये दमक फुलवनमा महक को शानदार स्वर दिये। बुद्धि के देव श्री गणेश स्तुति एवं शिव तांडव ने माहौल को भक्तिमय कर दिया वहीं नटखट बच्चों की नादानी से भरे गीत स्कूल नहीं जाना में एवं बुद्धू सा मन ने दर्शकों को आनंद से भर दिया। 

अमर बलिदानी सुखदेव भगतसिंह एवं राजगुरु पर आधारित देशभक्ति प्रस्तुति ने उपस्थित जनों में क्रांति की ज्वाला प्रज्ज्वलित कर दी। देश की प्रथम महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले एवं फातिमा शेख पर आधारित नाटिका ने महिला सशक्तिकरण की आवाज को बुलंद किया। एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियों की उपस्थित दर्शकों द्वारा मुक्त कंठ से प्रशंसा की गई।

मुख्य अतिथि डॉ खुशालसिंह पुरोहित द्वारा विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास में वार्षिक उत्सव को महत्वपूर्ण कड़ी बताते हुए वार्षिकोत्सव को अवसर उपलब्ध कराने का माध्यम बताया। आयोजन शहीद दिवस के दिन होने से सुखदेव, भगतसिंह, राजगुरु के साथ वीर क्रांतिकारियों के बलिदान को याद किया

 एवं 1857 की क्रांति में धार जिले के योगदान से विद्यार्थियों को अवगत कराते हुए बताया की क्रांति के महानायक तात्या टोपे जिले में 6 माह तक रहे। क्रांति के हीरो अमझेरा के राणा बख्तावर सिंह के बलिदान का भी उल्लेख किया एवं इंदौर में जिस स्थान पर उन्हें फांसी दी गई वहां विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को एक बार जरूर जाने का अनुरोध किया। 

विशेष अतिथि डॉ अभय ओहरी ने अपने उद्बोधन में विद्यालय के कार्य एवं विद्यार्थियों की प्रस्तुतियों को सराहा एवं उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए विद्यार्थियों का मार्गदर्शन किया। संस्था संचालक नवीन चौहान द्वारा भी उपस्थित अभिभावक एवं विद्यार्थियों को संबोधित किया।

विभिन्न विधाओं में  प्रथम द्वितीय तृतीय एवं सराहनीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया। स्वागत उद्बोधन चंचल कदम ने दिया व वार्षिक प्रगति प्रतिवेदन का वाचन निलेश परसाई ने किया। संचालन खुशबू चौधरी एवं अंकित परसाई ने किया तथा आभार तनीषा शर्मा ने माना।

 संगीत प्रस्तुति में दीक्षा पुरोहित, हरिओम चावड़ा शिवराज परमार, शोभित राणावत, रेशमा शाह, इंद्रेश डामर, नैतिक पाटीदार, निलेश मावी, अंश सेन, रिया चावड़ा, श्याम डावर की भूमिका सराहनीय रही।

आयोजन में प्रेस क्लब अध्यक्ष धर्मेंद्र अग्निहोत्री संरक्षक दिलीप सिंह चौहान संस्था ट्रस्टी मोहिनी चौहान, प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के संवाददाता बंधु, अभिभावक एवं विद्यार्थी उपस्थित थे। संयोजन आयुष कोठारी, ममता चौहान, संतोषी वर्मा, वंदना शर्मा, शोभना राणावत, भूमिका कश्यप, सुषमा शर्मा, स्नेहा पाल, निकिता सालवी, विनीता पवार एवं दिव्या पांचाल ने किया।

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