समाधिस्थ दिगंबर जैन आचार्य श्री विद्यासागर महाराज को दीपांजलि Diwali to Samadhistha Digambar Jain Acharya Shri Vidyasagar Maharaj
सकल दिगंबर जैन समाज में शोक की लहर।
समाजजनो ने अपने-अपने प्रतिष्ठान बंद रखें।
इंदौर:- युग श्रेष्ठ वर्तमान के चलते फिरते महावीर, जन-जन के संत, विश्व वंदनीय, आचार्य 108 विद्यासागर 17 फरवरी की रात्रि 2:30 बजे चंद्रगिरी तीर्थ डोंगरगढ़ छत्तीसगढ़ में समाधि हो गई।
आचार्य श्री की प्रेरणा से सैकड़ो गौशालाएं, हथकरधा केंद्र एवं कई जन-जन के लिए उपयोगी प्रकल्प देशभर में स्थापित किए गए है।
सकल जैन समाज को जैसे ही यह सूचना प्राप्त हुई सारा समाज शोक में डूब गया।
आचार्य श्री की तपस्या और साधना श्रेष्ठ थी और उन्होंने सल्लेखना पूर्वक समाधि मरण किया है इसलिए जैन मंदिरों पर, प्रभु आराधना कर मृत्यु उत्सव मनाया गया।
दिगंबर जैन सोशल ग्रुप फेडरेशन, इंदौर रीजन, दिगंबर जैन सामाजिक संसद, महावीर ट्रस्ट, इंदौर के आह्वान पर, आज दिनांक 18 फरवरी को रीगल चौराहा स्थित कीर्ति स्तंभ के समीप रात्रि 8:18 बजे आचार्य श्री के चित्र के समीप दीपांजलि अर्पित की गई।
सकल दिगंबर जैन समाज एवं सभी समाज के सैकड़ो लोग अपने हाथ में मोमबत्ती और दीपक लेकर दीपांजलि स्थल पर पधारे और आचार्य श्री को भावभीनी विनयांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर फ़ेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राकेश जैन विनायका ने बताया कि समाज के अध्यक्ष राजकुमार पटौदी, फेडरेशन की शिरोमणि संरक्षिका श्रीमती पुष्पा प्रदीप कासलीवाल, महावीर ट्रस्ट के अध्यक्ष अमित कासलीवाल, राष्ट्रीय महासचिव विपुल बाँझल , कमलेश कासलीवाल दिनेश दोशी, आदित्य कासलीवाल, संजय पापड़ीवाल ,ऋषभ जैन ,अतुल गोइल, रितेश जैन (टीनू) ,गिरीश रारा ,डॉ जैनेंद्र जैन, संजीव जैन संजीवनी, विकास जैन अल्ट्राटेक ,राजेश जैन दद्दू, रितेश पाटनी, वितुलअजमेरा, सहित सैकड़ो स्त्री पुरुष मौजूद थे ।
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