जहां राम नाम के उच्चारण से भवसागर पार होता है, इंद्रियों के वश में करना ही साधना है ध्यान योगी श्री उत्तमस्वामी जी
देशभर के 108 विद्वान ब्राह्मण कर रहे हवनात्मक महामृत्युंजय का 52 लाख जाप, अनुष्ठान 24 मार्च को पुर्णाहुति
तीर्थस्थल श्री रामेश्वरधाम में बह रही ,धर्म ओर ज्ञान की गंगा
श्री रामेश्वरधाम से मनोज उपाध्याय,,,,,,
जिस व्यक्ति ने इन्द्रियों को साध लिया है वही साधना है। यही परमात्मा को पाने का कारण है जिस समय मन और मस्तिष्क स्थिर हो जाये वही समाधि है। । जहां राम उच्चारण से रास्ता मिलता है वही रामपथ है मनुष्य पर संगत का असर पड़ता है
सदा परमात्मा में मन लगाओ भवसागर से हो जाओगे पार।उक्त उदगार क्षेत्र के सुप्रसिद्ध सन्त उत्तमस्वामीजी महाराज ने प्रसिद्ध तीर्थ रामेश्वरधाम में भक्तो को ज्ञान का प्रसाद वितरण करते हुए व्यक्त किये।उल्लेखनीय है कि श्री रामेश्वरधाम में अनुष्ठान ओर जाप शहित विभिन्न आयोजन किये जा रहे है ।
108 विद्वान कर रहे अनुष्टान
रामेश्वरम मंदिर ज्योतिर्लिंग मणि तीर्थ मा क्षेत्र रामेश्वर तीर्थ में कई प्रकार के अनुष्ठान किए जाते हैं वागड़ राजस्थान के प्रखण्ड पंडित शास्त्री दिव्य भारती पंडिया एवं शास्त्री रवि आचार्य ने बताया कि रामेश्वर तीर्थ में कई प्रकार के अनुष्ठान किए जाते हैं ।
हमारे द्वारा जो हमारा लक्ष्य है 12 ज्योतिर्लिंग में जाकर अनुष्ठान करना इसी प्रकार से रामेश्वर तीर्थ में मध्य प्रदेश, राजस्थान के 108 विद्वान ब्राह्मण के द्वारा महान अनुष्ठान किया जा रहा है जिसमें आप भी सहभागी बन सकते हैं।
हवनात्मक महामृत्युजय के 52 लाख जाप
राजस्थान,गुजरात, अयोध्या, वृदावन,दिल्ली,मुंबई,मध्यप्रदेश उज्जैन,इंदौर ,धार,राजगढ़ झाबुआ जिले के थांदला, सहित कई विद्वान 108 ब्राह्मण द्वारा द्वारा हवनात्मक महामृत्युंजय के 52 लाख जप एवं रुद्रा अभिषेक जारी है जो कि विश्व शांति के लिए यह महान अनुष्ठान किया जा रहा है
जिसकी पूर्णाहुति दिनांक 24 मार्च को पूर्णिमा के दिन होना है । साथी श्री रामदास त्यागी टाट वाले बाबा द्वारा बताया गया कि इस महान अनुष्ठान के साथ रामायण कथा का भी आयोजन किया जा रहा है जो की दिनांक 15 मार्च से आरंभ होकर 24 मार्च को पूर्णाहुति समापन होगा|
कथा के साथ जप अनुष्ठान में इनके सहयोग में
अशोक अग्रवाल पवन, सुरेश केड़िया,टीकमजी,श्रीमती राधा जोशी, श्रीमती अशोक कुंवरज
- नयनेश जानी
भुम्बई राजू बसल. रामानन्दनी
अश्विन देवीचंद श्रीवास्तव,मुकेश भाई हर्ष भाई अहमदाबाद बसंत शर्म मंदसौर आदि कई यजमान के रूप में अपने तन मन से दे रहे सहयोग,
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