नाहरू मोहम्मद दबंग देश
जावरा।विधायक डॉ राजेंद्र पांडेय के प्रयासों से 9 करोड़ रुपयों की लागत से निर्मित 50 बैंडेड नई मेटरनिटी विंग जावरा ही नहीं वरन आसपास के क्षेत्रों के लिए भी वरदान साबित हो रही हैं, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी रतलाम डॉ संध्या बेलसरे के मार्गदर्शन में एवं सिविल हॉस्पिटल जावरा प्रभारी डॉ दीपक पालड़ीया के निर्देशन में महिला चिकित्सालय जावरा के इतिहास में पहली बार माह सितंबर 25 में 52 सिजेरियन ऑपरेशन के जरिए डिलेवरी संपादित की गई, जो कि एक रिकॉर्ड है इसके पहले कभी भी इतने सीजर नही हुए हैं ।गर्भवती महिलाओं में हाइ रिस्क के खतरे के जैसे पूर्व प्रसव ऑपरेशन के द्वारा, चार से अधिक बार गर्भ धारण किया गया, बीपी 140/90 से ज्यादा होना, तीन या उससे अधिक बार एबॉर्शन होना, प्री मेच्योर जुड़वा बच्चे एक साथ होना, खून की कमी, शरीर पर सूजन होना,आदि हाइ रिस्क के लक्षण हैं।
प्रभारी सुपरवाइजर शैलेन्द्र कुमार दवे ने बताया कि एक अप्रैल 25 से सितंबर 25 तक कुल डिलेवरी 1848 हुई, जिसमे से 254 सीजर हुए, पहले चिकित्सको की कमी एवं पुरानी मेटरनिटी में सुविधाओं की कमी के कारण इतने सीजर नही हो पाते थे, प्रायवेट हॉस्पिटल में सीजर कराने पर 50 हजार रुपए से लगाकर 70 हज़ार रुपए तक महिलाओं के खर्च हो जाते थे, अब नई मेटरनिटी विंग में निःशुल्क किए जा रहे हैं साथ ही जननी सुरक्षा एवं प्रसूता सहायता योजना का लाभ भी दिया जा रहा है, आने जाने के लिए 108 एंबुलेंस की सुविधा निःशुल्क है वर्तमान में नई मेटरनिटी विंग जावरा में स्त्री रोग विशेषज्ञ डा दीपक पालड़ीया, डा अतुल मंडवारिया, डा अरुण गुप्ता, डा टीना पाटीदार , एनेस्थेटिक डा दिनेश पाटीदार के साथ साथ नर्सिंग ऑफिसर शिरोमणि मसीह,श्वेता सिंह,द्वारा सीजर ऑपरेशन एवं डिलेवरी संपादित की जा रही है, साथ ही सिविल हॉस्पिटल जावरा प्रभारी एवं एलटीटी सर्जन डॉ दीपक पालड़ीया ने पिछले 6 माह में 472 नसबंदी ऑपरेशन लेप्रोस्कोपिक पद्धति से किए, नसबंदी ऑपरेशन प्रति गुरुवार को यहां होने से हितग्राहियों को अब इधर उधर नहीं जाना पड़ता है
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