छ वर्षीय नन्हे बच्चे ने रखा रोजा
मुकेश खेड़े
बड़वाह /रमजान के पाक महीने के प्रति अपने माता पिता के उत्साह से प्रेरित हो जैनुल आबिदिन वसीम शेख ने रमजान के पहले दिन रोजा रखा।
रमजान के सख्त नियमों का पालन करते हुए इस मासूम ने कुरान पढ़ना (‘अरबी की तिलावत’) भी शुरू किया है। अंजुमन कमेटी के सदर शेख अयाज ने बताया कि मेरा नाती छ वर्षीय जैनुल आबिदिन पिता शेख वसीम माँ शाहीन शेख से प्रेरित होकर इस बार पांच वक्त का नमाज़ पढ़ने अदा कर रहा है।
कम उम्र के बच्चों द्वारा रोज़ा रखने से लोग हैरान हैं। बच्चे अपने परिवार वालों के साथ सुबह तीन बजे से सेहरी खाने के लिए जागते हैं और सेहरी खाकर फिर कुरआन की तिलावत में जुट जाते हैं।पहले रोजे के दिन 14 घंटों तक बगैर पानी के रहा....
पहली क्लास में पढ़ने वाली जैनुल आबिदिन ने कुरआन का एक कायदा(पाठ) पूरा पढ़ लिया है। पहले रोजे के दिन 14 घंटों तक बगैर पानी के रहा।शाम 6ः45 बजे तक इफ्तार तक उसने कुछ नहीं खाया।आगे वह रोजे रखेगा या नहीं,
यह पूछे जाने पर उसके माता-पिता ने कहा कि उसके लिए यह बेहद मुश्किल है लेकिन जेनुल आखिरी तक रोजे रखना चाहता है। पहले रोजे को लेकर उनके परिजन खुश हैं।
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