पाटी में लगा भोंगर्या हाट,हजारों की तादाद में पहुँचे ग्रामीजन,कलेक्टर सपत्नीक के साथ हुए शामिल Bhongarya Haat set up in Pati, thousands of villagers reached, Collector joined along with his wife.

 पाटी में लगा भोंगर्या हाट,हजारों की तादाद में पहुँचे ग्रामीजन,कलेक्टर सपत्नीक के साथ हुए शामिल

पाटी से दिपक मालवीया :- होली से एक सप्ताह पूर्व लगने वाले भोंगर्या हाट के चौथे दिन गुरुवार को पाटी में भोंगर्या हाट लगा। यहां पर हजारों की तादाद में ग्रामीणों का हुजूम उमड़ा। भोंगर्या हाट में पहुंचे ग्रामीणजनों ने मांदल तथा बांसुरी बजाकर उल्लास व उमंग के साथ उत्साहित होकर भोंगर्या हाट मनाया।

पाटी से दिपक मालवीया :- होली से एक सप्ताह पूर्व लगने वाले भोंगर्या हाट के चौथे दिन गुरुवार को पाटी में भोंगर्या हाट लगा। यहां पर हजारों की तादाद में ग्रामीणों का हुजूम उमड़ा। भोंगर्या हाट में पहुंचे ग्रामीणजनों ने मांदल तथा बांसुरी बजाकर उल्लास व उमंग के साथ उत्साहित होकर भोंगर्या हाट मनाया।

परंपरागत वेशभुषा में पहुंचे आदिवासी समाज के और बच्चों ने भोंगर्या हाट का आनंद लिया। भोंगर्या हाट में पहुंचकर कुरार्ट के साथ मांदल की थाप और बांसुरी की धुन पर ग्रामीण जमकर थिरके। भोंगर्या हाट मेले में बड़ी संख्या में खाने-पीने की सामग्री सहित खिलौने, होली के सामान की दुकान लगी। 

पाटी से दिपक मालवीया :- होली से एक सप्ताह पूर्व लगने वाले भोंगर्या हाट के चौथे दिन गुरुवार को पाटी में भोंगर्या हाट लगा। यहां पर हजारों की तादाद में ग्रामीणों का हुजूम उमड़ा। भोंगर्या हाट में पहुंचे ग्रामीणजनों ने मांदल तथा बांसुरी बजाकर उल्लास व उमंग के साथ उत्साहित होकर भोंगर्या हाट मनाया।

ग्रामीणों ने खाने-पीने की सामग्री के साथ अन्य सामान की जमकर खरीदारी की। वही सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस भी पॉइंट लगाकर तैनात रही और अवैध गतिविधियों पर नजर बनाए रखी। इसके अलावा कई स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए। नगर के स्वामी विवेकानंद स्कूल मैदान पर आए एक मात्र ढोल पर आदिवासी बंधु कुर्राटी मारकर जमकर थिरके और उत्साह उमंग का प्रदर्शन किया।

 समाज की महिलाएं,पुरुष व बच्चे पारंपरिक वेशभूषा में सम्मिलित हुए। हाट बाजार में आवश्यक सामग्री के अलावा जलेबी, भजिये, हारकंगन, अंगूर,संतरे,शरबती गोला,आइसक्रीम, कुल्फी आदि का लुत्फ लिया। वही स्कूल के समीप मैदान में झूले, चकरी, फोटो की दुकानों पर भारी भीड़ दिखाई दी।

 चाहे कोई कहीं भी हो,भोंगर्या हाट पर अपने गांव जरूर लौटता है। इस लोक उत्सव में अद्भूत और बेहद प्राचीन आदिवासी संस्कृति के विविध रूप देखने को मिलते हैं।हाट बाजार में ग्राम पंचायत द्वारा पेयजल की व्यवस्था की गई। 

भोंगर्या हाट में कलेक्टर डॉ. राहुल फटिंग भी सपत्नीक के साथ शामिल हुए। और मतदाता जागरूकता के तहत भोंगर्या हाट में आए ग्रामीणजनों को शपथ दिलाई। इस दौरान हाथ में तख्तियां लिए आदिवासी वेशभूषा में महिलाओं ने शत प्रतिशत मतदान का संदेश दिया। 

वही पिपरकुंड बन से आए बुदले भी अपनी परिवेश में नाचते-गाते मतदान के लिए प्रेरित किया। उधर भोंगर्या हाट में शराबबंदी को लेकर जागृत आदिवासी दलित संगठन के कार्यकर्ताओं ने सुबह 8 बजे से शाम 5 बजे तक शराब दुकान बंद बैठे रहे।

Post a Comment

0 Comments