101 वीं शताब्दी का सूरज हम आज देख रहे हैं, जिनकी कुर्बानियों के कारण आज हम देश की खुली हवा में सांस ले रहे हैं- राधेश्याम पटेल
इंदौर। खुशी इस बात की है कि देश की आजादी का वो दिवाना जिसने अपना घर-परिवार छोडक़र महात्मा गांधी के आव्हान पर देश को आजाद कराने में कुद पड़ा।
वह दिवाना नरेन्द्र सिंह तोमर उर्फ नत्थुसिंह जिसने आज अपने जीवन के 101 वर्ष पूरे कर 102 वर्ष में प्रवेश किया, ऐसा लगता है कि मैं दो शताब्दियों को एक साथ देख रहा हूँ।
अब इतिहास के पन्नों में ही हम जान पाएंगे कि देश को आजाद कराने वाले ऐसे सैनानी जो नहीं रहेंगे उन्हें मैं नतमस्तक होकर नमन करता हूँ और उनका सम्मान कर मैं अपने आपको अभिभुत हूँ कि 101 वर्ष का वो जाबांज सैनानी जो आज भी हस्ते हुए हम सब के बीच में है। उक्त विचार सहकारिता नेता राधेश्याम पटेल ने नरेन्द्र सिंह तोमर के जन्मशताब्दी समारोह के अवसर पर कहे।
अ.भा. कांग्रेस कमेटी के राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्व विधायक सत्यनारायण पटेल ने बधाई दी। श्री नरेन्द्रसिंह तोमर और मेरे पूज्य पिता स्वर्गीय रामेश्वर पटेल के पारिवारिक संबंध थे,
जो आज भी कायम है। मैं आज उन्हें अपने पिता के रूप में देखता हूँ और समय-समय पर उनसे मिलकर सलाह मश्वरा कर कार्य करता हूँ।उक्त जानकारी समाजसेवी मदन परमालिया एवं विनोद सत्यनारायण पटेल ने देते हुए आगे बताया कि
इस अवसर पर मालवी गीत एवं साहित्यकार ओमप्रकाश पण्डया, मंडी समिति के पूर्व अध्यक्ष सोमेश्वर पटेल, सहकारिता क्षेत्र के योगदान में रवि दुबे, मानव चेतना विकास केन्द्र के माध्यम से जनजागृति के लिए अजय दाहिमा एवं शिक्षा के क्षेत्र में योगदान देने वाले माखनलाल चौधरी को उनकी सेवाओं के लिए तोमर अलंकरण से नवाजा गया।
इस अवसर पर श्रीतोमर के पुत्र योगेन्द्र सिंह तोमर (मुन्ना भैय्या), डॉ. सुरेन्द्र सिंह तोमर, लोकेन्द्र सिंह, शैलेन्द्र सिंह एवं उनके परिवार की मातृशक्तियों उपस्थित थी। कार्यक्रम का संचालन मदन परमालिया ने किया। आभार गणेश वर्मा ने माना।
श्री परमालिया ने आगे बताया कि आने वाले वर्षों में श्री तोमर के लिखित गीतों एवं कविताओं की एक स्मारिका का प्रकाशन श्री गीतारामेश्वरम् ट्रस्ट के माध्यम से किये जाने की घोषणा मुख्य अतिथि राधेश्याम पटेल ने की।
भवदीय(मदन परमालिया)9893098950
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