दान में इतनी बड़ी शक्ति है कि जीवन परिवर्तित हो सकता है आर्यिका सूत्रमती |
दबंग देश
बनेठा :- टोंक जिले के उनियारा उपखंड के बनेठा कस्बें में आर्यिका सूत्रमति माताजी ससंघ के सानिध्य में आजाद चौक स्थित महावीर दिगंबर जैन मंदिर में मूलनायक महावीर का कलशाभिषेक किया गया।
समाज के हरीश जैन ने बताया कि कार्यक्रम की शुरुआत श्रीजी को वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पाण्डुक शिला पर विराजमान कर पूजा अर्चना की। तत्पश्चात मूलनायक भगवान पर बोली के माध्यम से वृहत शांतिधारा की गई। शांतिधारा करने का सौभाग्य राजेंद्र प्रसाद सुशीलकुमार मेहंदीवाल को मिला।
इस दौरान महावीर स्वामी की जयकारों से पूरा वातावरण गुंजयमान हो उठा। धर्मसभा को संबोधित करते हुए आर्यिका सूत्रमति माताजी ने नवधा भक्ति के बारे में भक्तों को बताया। माताजी ने बताया कि साधुओं को आहार दान देने से पहले श्रावक श्राविकाओं द्वारा नौ प्रकार से विनय प्रस्तुत किया जाता है।
जिसमें पड़गाहन, उच्चासन,पाद पक्षालन,पूजन, नमस्कार,मनशुद्धि,कायशुद्धि, और आहार जल की शुद्धि बोलना पड़ता है। जैन मुनियों को आहार दान से महान पुण्य का अर्जन होता है। नवधा भक्ति और सात गुणों के साथ आहार दान किया जाता है। दान में इतनी बड़ी शक्ति होती हैं कि जीवन परिवर्तित हो सकता है। इस मौके पर समाज के तेजमल जैन,प्रवीण पांडया, लोकेश जैन,निर्मल पांडया,विमल मेहंदीवाल सहित कई श्रद्धालु उपस्थित थे।
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