बड़वानी कलेक्टर से मिलने 12KM पैदल चले 200 स्टूडेंट
बोले-हॉस्टल में दे रहे खराब भोजन, स्कॉलरशिप रुकी; चपरासी करते हैं बदतमीजी
पाटी से दिपक मालवीया/नितिन वर्मा:- विकास खंड पाटी के ग्राम बुदि पटेल फलिया में संचालित एकलव्य आदर्श आवासीय स्कूल के स्टूडेंट्स ने प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। छात्रावास व स्कूल में अव्यवस्थाओं से परेशान होकर बड़वानी कलेक्टर से मिलने के लिए निकल गए।
स्कूल के करीब 200 बच्चे पाटी से 12 किमी तक चलकर आ गए। जानकारी के बाद एसडीएम प्रशासनिक अमले के साथ मौके पर पहुंचे और बच्चों को रोककर समझाइश दी। अजराड़ा के पास एसडीएम शक्तिसिंह चौहान, तहसीलदार भूपेंद्र भिड़े, बीईओ राजश्री पंवार, संस्था प्राचार्य एमएम खान, थाना प्रभारी रोहित पाटीदार ने छात्रों से मिलकर उनकी समस्याओं को सुना और उन्हें समझाया।
अधिकारियों के आश्वासन के बाद बच्चे मान गए। फिर एसडीएम शक्तिसिंह चौहान ने बच्चों को वापस भेजा। छात्रावास में मिलने वाली सुविधाओं से उन्हें वंचित रखा जा रहा है। बच्चों ने प्रबंधन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं। छात्र-छात्राओं ने बताया की उन्हें चार सालों से स्कॉलरशिप मिल रही है। साथ ही प्यून उनके साथ शराब पीकर अभद्रता करते हैं। बच्चों की मांग है कि पूरा स्टाफ चेंज किया जाए।
स्कूल की छात्रा चंचल का कहना है कि उन्हें पूरे स्कूल का स्टाफ ही दूसरा चाहिए क्यों कि ये स्कूल प्रबंधन हमारी मांगे पूरी नहीं कर रहा है। हमारी मांग है की हमे वॉर्डन दी जाए। कई बार प्रिंसिपल को शिकायत के बाद भी कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है। हमारे लिए जातिसूचक शब्दों का उपयोग किया जाता है। स्कूल के प्यून शराब पीकर आते हैं और गालियां देते हैं। हम चाहते हैं कि प्राचार्य से लेकर प्यून तक पूरा स्टाफ बदला जाए।
वहीं एक अन्य छात्र का कहना है कि हमे स्कॉलरशिप भी नहीं दी जाती है। किसी भी बात की शिकायत करने पर टीसी देने की धमकी दी जाती है। हॉस्टल में भी साफ-सफाई नहीं होती है और शिकायत करने पर हमसे ही सफाई करने की बात कही जाती है। हॉस्टल में मिलने वाले खाने की क्वालिटी भी ठीक नहीं है। पाटी से बड़वानी की दूरी लगभग 22 किमी है। बच्चे सुबह 7.00 बजे अपने हॉस्टल से बड़वानी के लिए
निकल गए थे और लगभग 12 किमी तक अजराड़ा पहुंच गए। एसडीएम को जैसे ही इसकी जानकारी लगी वो बच्चों को समझाइश देने के लिए मौके पर पहुंचे। एसडीएम के साथ मौजूद प्रशासनिक अमला बच्चों के समझाने की कोशिश की।
इस पर कार्रवाई के आश्वासन के बाद छात्र वापस जाने के लिए तैयार हो गए। छात्र छात्राओं को वाहनों में बैठाकर होस्टल लेकर आए। यहां पर मांगो को लेकर हॉस्टल के बाहर बैठ गए। इसके बाद अधिकारियों ने उनकी मांगों को लिखित में मांगा तो छात्र छात्राओं ने लिखित में आवेदन दिया जिसमें सैकड़ो मांगे हैं। एसडीएम ने मौके से 7 दिन का समय मांगकर आश्वत किया। इसके बाद सभी स्टूडेंट् मान गए।
वहीं एसडीएम चौहान ने तहसीलदार और बीईओ को निर्देशित किया कि हॉस्टल पहुंच कर बच्चों के कथन लेकर शाम तक हमें भेजें, जिसके बाद तत्काल कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों का कहना है कि कुछ समस्याओं का निराकरण शाम तक हो सकता है।
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