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दीपक जलाने का विश्व कीर्तिमान और अयोध्या World record of lighting a lamp and Ayodhya

 दीपक जलाने का विश्व कीर्तिमान और अयोध्या

उत्तर प्रदेश की उत्तरदायी सरकार ने आखिर अयोध्या में 22 लाख 23 हजार दीपक जलाकर एक नया विश्व कीर्तिमान बना ही दिया। दीपमालाओं से झिलमिलाती अयोध्या और सरयू के विभिन्न घाटों को देखकर मर्यादा पुरुषोत्तम राम जी को भी अफसोस हो रहा होगा कि वे त्रेता में क्यों जन्में ,कलियुग में क्यों नहीं। जितनी रौशनी अयोध्या में दीपावली पर हुई उतनी रौशनी तो शायद उस वक्त भी नहीं हुई होगी जब सचमुच राम जी चौदह वर्ष के वनवास से अयोध्या लौटे होंगे।

दीपक जलाने का विश्व कीर्तिमान और अयोध्या World record of lighting a lamp and Ayodhya

दरअसल कोई भी कीर्तिमान केवल सत्ता ही बना सकती है । मुमकिन है कि त्रेता में विश्व कीर्तिमान बनाने का चलन न हो इसलिए उस समय ये काम नहीं हो सका जो कलियुग में वर्ष 2023 में सम्भव हुआ। उत्तर प्रदेश सरकार की इस उपलब्धि के लिए उत्तर प्रदेश के उत्तरदायी मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ को बधाई दी जाना चाहिए। जनधन को इस तरह के आयोजनों पर खर्च करने की हिम्मत योगी जी के अलावा कोई और दिखा भी नहीं सकता। प्रदेश की जनता के आलावा राज्य के गवर्नर और खुद मुख्यमंत्री इस अद्भुद दीपोत्स्व में शामिल हुये ।इस मौके पर शानदार आतिशबाजी और लेजर शो भी किये गए। इस माध्यम से ये प्रमाणित करने की कोशिश की गयी कि मोदी राज में राम राज आया हो या न आया हो लेकिन योगी राज में तो राम राज आ चुका है।

उत्तरप्रदेश में यदि राम लला विराजमान के मंदिर का मुद्दा न होता तो शायद आज भाजपा भी सत्ता में न होती इसलिए योगी जी की सरकार का पूरा ध्यान राम जी कि अयोध्या और वहां नवनिर्मित राम मंदिर पर है । इसी राम मंदिर में राम जीकी प्रतिमाओं कि प्राण प्रतिष्ठा होना है । ये आयोजन राम जी कि प्रतिमा की प्राण -प्रतिष्ठा से ज्यादा योगी जी की सरकार की प्रतिष्ठा से जुड़ा है । राम जी की प्रतिमा के साथ यदि योगीजी की सरकार की भी प्रतिष्ठा ढंग से हो गयी तो अगले साल होने वाले आम चुनाव में भाजपा के प्राण भी सांसत में पड़ने से बच सकते हैं। योगी ने कहा कि 22 जनवरी की तैयारी हम सभी को अभी से करनी चाहिए। जिससे ये एक बड़ा आयोजन बने। हम सभी को मिलकर इस कार्य को पूरा करना होगा। योगी जी ने प्रदेश की जनता को दिवाली की शुभकामनाएं दीं। सीताराम, श्रीराम का नारा भी लगाया।

आप इसे धार्मिक कार्यक्रम मानें तोमानें लेकिन मै इसे एक सरकारी कार्यक्र्म ही मानता हों क्योंकि यहां योगी जी ने राम से ज्यादा अपनी और मोदी जी के कामकाज पर प्रवचन दिए । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंच पर कहा कि सरकार ने उज्जवला योजना, आयुष्मान भारत योजना, हर गरीब को सरकार की तरफ से सुविधाएं मिल रही हैं। कोरोना काल में हमने दीपोत्सव मनाया गया। फ्री में वैक्सीन, दवा दी गई। पीएम मोदी के अहम योगदान की वजह से कोरोना बीमारी गायब हो गई। अगले पांच सालों तक फ्री में राशन यूपी की जनता को मिलेगा। भगवान राम को आदर्श मानकर डबल इंजन की सरकार काम कर रही है।

आपको याद दिला दूँ कि अयोध्या दीपोत्सव 2023 में नया दिए जलाने का नया वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया है. पहले 18 लाख 81 हजार दिए जलाए जाने का रिकॉर्ड था, जिसे तोड़ते हुए इस बार के दीपोत्सव कार्यक्रम में 22 लाख 23 हजार दिए जलाए जाने का नया गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया गया है। रिकॉर्ड बनने पर सीएम योगी आदित्यनाथ को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम द्वारा सर्टिफिकेट दिया गया है। सैकड़ों वॉलंटियरों की टीमों ने घंटों की मेहनत से 24 लाख दिए प्रवजल्लित किए थे।अपना ही कीर्तिमान भांग करना धनुष यज्ञ के बराबर था। अपने बनाये कीर्तिमान या तो क्रिकेटर तोड़ते हैं या योगीजी जैसे नेता । किसी दूसरे के बूते कीबात नहीं है ये ,यहां तक कि प्रधानमंत्री मोदी जी ने भी अभी तक अपना ही बनाया कोई कृतिमान नहीं तोड़ा है ।

दरअसल ये दीपोत्सव राम जी कि विश्व ब्रांडिंग का एक हिस्सा था । इस आयोजन में 50 देशों के राजदूतों को विशेष तौर पर आमंत्रित किया गया था। और ये अच्छी बात है । इस दीपोत्स्व का कम से कम 100 देशों में सजीव प्रसारण भी कराया गया। त्रेता में ये सब सुविधाएं नहीं थीं ,इसलिए मुमकिन है कि उस काल में इतने लोग राम जी के आगमन पर हुए दीपोत्स्व का आनंद न ले सके हों। अयोध्या में दीपोत्स्व की लागत के बारे में विपक्ष के सवाल बेमानी है। ऐसे आयोजनों पर पैसा तो खर्च होता ही ह। होना भी चाहि। आखिर ये सब रुपया जनता की ख़ुशी के लिए ही तो पानी की तरह बहाया गया है । पैसा होता ही पानी है। पैसे को द्रव्य कहा जाता है। पैसे का तो स्वभाव ही बहने का है । और वो अपने स्वभाव के माफिक बहा भी।

उत्तर प्रदेश सरकार के इस कामयाब आयोजन से दूसरे राज्यों को भी प्रेरणा लेना चाहिए ,और जहाँ -जहां ऐसे आयोजन सम्भव हैं ,कराये जाना चाहि। आखिर ये भी एक तरह से राम काज है। इस बहाने कुछ देर को ही सही कम से कम मिटटी के दीपक बनाने वालों के,उन्हें सप्लाई करने वालों के ,खरीदारों के चेहरों पर तो रौनक आई ही है। इस विश्व कीर्तिमान के साथ ही आप सभी को भी दीपोत्सव की हार्दिक शुभ कामनाएं।

@ राकेश अचल 

achalrakesh1959@gmail.com

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