लोकतंत्र के इस पर्व में मत का अधिकार सभी को Everyone has the right to vote in this festival of democracy.

 लोकतंत्र के इस पर्व में मत का अधिकार सभी को

मुकेश खेड़े दबंग देश

बड़वाह.. चाहे किसी की उम्र 80 -90 वर्ष की हो या कोई बिस्तर में हो किसी को चलने या अन्य किसी प्रकार की तकलीफ हो परन्तु उनमें लोकतंत्र के इस पर्व में हिस्सा लेने का जज्बा कायम है,और उन्होंने शुक्रवार पूरे उत्साह के साथ अपना मताधिकार का प्रयोग किया| विधानसभा निर्वाचन के मद्देनजर बड़वाह विधानसभा में शुक्रवार को बड़वाह तिलक मार्ग निवासी 80 वर्ष की बुजुर्ग जीवन बाई कुमरावत ने अपने घर पर मताधिकार का उपयोग किया|

और कर कॉलोनी निवासी बीटा भाटिया की मां आ गा कौर उम्र 88 वर्ष भाटिया ने भी अपने घर पर मतदान का उपयोग कियाइस दौरान उन्होनो सभी से 17ए नवंबर को होने वाले मतदान दिवस पर अपने मताधिकार का उपयोग करने का आव्हान भी किया|इस दौरान पीठासीन अधिकारी रमेश पिपलिया,बीएलओ पुष्पेंद्र रावल सहित टीम मोजूद थी|

बड़वाह.. चाहे किसी की उम्र 80 -90 वर्ष की हो या कोई बिस्तर में हो किसी को चलने या अन्य किसी प्रकार की तकलीफ हो परन्तु उनमें लोकतंत्र के इस पर्व में हिस्सा लेने का जज्बा कायम है,और उन्होंने शुक्रवार पूरे उत्साह के साथ अपना मताधिकार का प्रयोग किया| विधानसभा निर्वाचन के मद्देनजर बड़वाह विधानसभा में शुक्रवार को बड़वाह तिलक मार्ग निवासी 80 वर्ष की बुजुर्ग जीवन बाई कुमरावत ने अपने घर पर मताधिकार का उपयोग किया|

रिटर्निंग अधिकारी एसडीएम प्रदीप सोनी एवं सहायक रिटर्निंग अधिकारी व तहसीलदार शिवराम कनासे ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग द्वरा इस बार 80 वर्ष से अधिक आयु के एवं 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यागता वाले मतदाताओ के लिए घर पर मतदान करने की सुविधा दी गई है|इसके लिए घर पर मतदान करने वालो को निर्धारित प्रारूप का वितरण पूर्ण में किया जा चूका था|शुक्रवार को बड़वाह विधानसभा में 10 टीम 139 मतदाताओ के घर-घर जाकर पोस्टल बैलेट के माध्यम से मतपेटी में मतदान कराया गया|

दिव्यांग आयुष ने किया मतदान  -- 26 वर्षीय दिव्यांग आयुष कुंडल न तो कुछ बोल सकता है,नही पैरो से चल सकता है|लेकिन पेटिंग करके तस्वीर बनाने में अग्रणी है|यही कारण है कि वह प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात कर चूका है|वह बोल तो सकता नही,लेकिन वह लिख कर सभी बाते करता है|वही आयुष में हमेशा मतदान के प्रति इतना जूनून है कि वह अपने परिजनों के साथ वाकर में बैठ कर मतदान केंद्र पर पहुचता था|लेकिन इस वर्ष उसे घर पर मतदान करने का अवसर मिला|आयुष मतदान करके बहुत खुश नजर आया|  

घर पर ही मतदान की सुविधा से ख़ुशी दिखी कमलाबाई -- घुटने की तकलीफ के कारण चलने-फिरने में बहुत समर्थ नहीं है। 80 वर्ष की बुजुर्गीयत के कारण लंबे समय तक मतदान की लाइन में खड़े रहने की भी तकलीफ घर पर मतदान की सुविधा से बुजुर्ग महिला मतदाता कमला बाई गणपत को नहीं उठानी पड़ी है|बुजुर्ग महिला मतदाता के परिजन भी आयोग की इस पहल की मुक्त कंठ प्रशंसा कर रहें है|

वही 93 वर्षीय राम नारायण कुंडल घर में वाकर के सहारे चलते है,जिसके कारण वे ज्यादा दूर तक चल-फिर नही पाते है,चलने में असमर्थ होने के कारण वे अपने मताधिकार का उपयोग नही कर पाते थे|परन्तु निर्वाचन आयोग की इस पहल से उन्हें बहुत ख़ुशी है कि आज उन्होनो अपने मताधिकार का उपयोग किया है|इस दौरान उन्होनो सभी मतदाताओ से भी अपील की वे भी अपनी नैतिक जिम्मेदारी का निर्वहन करते हुए मतदान अवश्य करे|

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