एक कदम महिलाओं को सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने की ओर
इंदौर/ 8 मार्च को महिला दिवस के उपलक्ष में महिला सशक्तिकरण एवं महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सतत प्रयास करने वाली रंजीता राठौड़ का कहना है कि महिलाओं को आत्मनिर्भर बनना चाहिए जिससे कि वह अपने स्वयं की पहचान समाज में पहचान बना सके एवं समाज में उनका एक नाम हो इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए रंजीता राठौड़ द्वारा महिलाओं को रोजगार निरंतर दिया जा रहा है
जिसे कहीं महिलाओं को आर्थिक रूप से मदद मिल रही है एवं छोटे-छोटे घरेलू उद्योग जैसे अचार पापड़ केक सिलाई कटलरी टिफिन सेंटर स्थापित करके महिलाएं अपने आजीविका का साधन बनकर आत्मनिर्भर बनती जा रही है जिससे उनके परिवार को आर्थिक रूप मदद मिल रही है कहते हैं की बूंद बूंद से घड़ा भरता है ऐसे ही जब महिलाएं छोटी-छोटी बचत करती है तो उनसे परिवार को कहीं तरह की सहायता मिलती है जिससे घर का खर्चा अच्छे से चल सकता है उनका यह कहना है कि वह निरंतर और भी प्रयास कर रहे हैं कि जिस की महिलाएं को कहीं पर करके रोजगार दिए जाएं
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