ऋषभदेव गौरव न्यास द्वारा जैन प्रतिभाएं जैन गौरव सम्मान से सम्मानित Jain talents honored with Jain Gaurav Samman by Rishabhdev Gaurav Trust

ऋषभदेव गौरव न्यास द्वारा जैन प्रतिभाएं जैन गौरव सम्मान से सम्मानित 

 


इंदौर /ऋषभदेव गौरव न्यास द्वारा जाल सभागृह में आयोजित न्यास के पांचवें सम्मान समारोह में वर्ष 2023 के लिए वरिष्ठ समाजसेवी वर्ग में गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नामांकित दिगंबर जैन समाज के वरिष्ठ समाजसेवी एवं जैन इतिहास के लेखक एवं पुराविद डॉक्टर सूरजमल बोबरा को जैन समाज गौरव एवं एकेडमिक प्रतिभावान युवा आलेख जैन को जैन युवा गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया। सम्मान स्वरूप दोनों प्रतिभावों को 1,1000 रुपए का चेक एवं शाल, श्रीफल,माला एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर

जैन धर्म के मनीषी विद्वान लेखक व प्रखर प्रवचनकार पंडित रमेशचंद बांझल को भी शाल,श्रीफल एवं सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया। निर्णायक न्यायमूर्ति जे के जैन, के आर जैन एवं प्रकाश छावडा थे।

मुख्य अतिथि श्री हुकमचंद सांवला एवं सारस्वत अतिथि न्यायमूर्ति द्वय श्री अभय गोहिल एवं जरत कुमार जैन व प्रोफेसर नरेंद्र धाकड़ थे। अध्यक्षता दे,अ, वि,वि इंदौर की कुलपति डॉक्टर रेणु जैन ने की।

समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि श्री सांवला ने सभी सम्मानित प्रतिभाओं को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जैन समाज प्रतिभावान समाज है एवं सभी क्षेत्रों में जैन प्रतिभाएं अपने सकारात्मक एवं सामाजिक कार्यों से समाज को गौरवान्वित कर रही हैं। डॉ रेणु जैन ने कहा कि आज के गरिमा पूर्ण सम्मान समारोह से हम हम सभी गौरवान्वित हैं जैन धर्म सनातन एवं प्राचीन धर्म है और उसके सिद्धांतों को पूरा विश्व लोहा मान चुका है। आपने बताया कि भगवान महावीर के 25 सों वे निर्वाण वर्ष के उपलक्ष में

इंदौर विश्वविद्यालय में 25 करोड रुपए की राशि से जैन पीठ की स्थापना की जाएगी।

समारोह का संचालन न्यास के संस्थापक एवं मंत्री डॉ अनुपम जैन ने किया, मंगलाचरण सविता दीदी ने किया एवं स्वागत भाषण न्यास के उपाध्यक्ष डी के जैन ने दिया। प्रतिभावों का परिचय डॉ जैनेंद्र जैन, प्रकाश छाबड़ा एवं श्रेणिक

बंडी ने दिया। मान पत्र का वाचन अनुराग जैन, संगीता विनायका एवं अंबू जैन ने किया। आभार डॉक्टर सिद्धार्थ जैन ने माना। समारोह में अशोक बड़जात्या , डॉ रजनीश जैन,जैनेश झांझरी, प्रोफेसर शांतिलाल बड़जात्या आदि समाज श्रेष्ठि उपस्थित थे।

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