सेवा और परोपकार से बड़ी कोई प्रार्थना नहीं है शैलेंद्र कुमार शर्मा। There is no greater prayer than service and charity – Shailendra Kumar Sharma.

 सेवा और परोपकार से बड़ी कोई प्रार्थना नहीं है शैलेंद्र कुमार शर्मा। 

उज्जैन। रुद्र अभिषेक अवसर प्रबोधिकीय सत्र में विक्रम यूनिवर्सिटी के कुलानुशासक शैलेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि ईश्वरी कृपा हेतु सेवा और परोपकार से बड़ी कोई प्रार्थना नहीं है।

 आपने दिलीप का दृष्टांत सुनते हुए बताया कि नंदिनी गाय की सेवा के प्रतिफल से ही रघुकुल का उदय हुआ और श्रेष्ठ फल के रूप में स्वयं भगवान श्री राम ने मानव रूप में अवतार लिया। अत: सेवा और परोपकार सच्ची प्रार्थना है। आर.एन.राठौर व जजमान नरेंद्र राठौर (क्षिप्रा) ने बताया कि श्री राठौर तीर्थ न्यास द्वारा सम्पूर्ण समाज की सुख शांति समृद्धि हेतु 23 मई 24  रविवार शिप्रा गार्डन नीलगंगा उज्जैन पर छतरपुर

उज्जैन। रुद्र अभिषेक अवसर प्रबोधिकीय सत्र में विक्रम यूनिवर्सिटी के कुलानुशासक शैलेंद्र कुमार शर्मा ने कहा कि ईश्वरी कृपा हेतु सेवा और परोपकार से बड़ी कोई प्रार्थना नहीं है।

 आचार्य नितिन नागर सहित चार विद्वान के सानिध्य में मंत्र उच्चार के साथ सफेद वस्त्र में पुरुष पीली चुनरी में महिलाओं ने जोड़े से महारुद्र अभिषेक कर प्रार्थना की। पूजा का शुभारंभ बाबा महाकाल के प्रमुख पुजारी एवम महाकाल सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष महेश पुजारी के मंत्रोच्चार से हुआ। उनका न्यास द्वारा शाल व श्रीफल से स्वागत किया। 

नर सेवा ही नारायण सेवा है के भाव से उज्जैनिय गांव में श्री राठौर तीर्थ धाम बनाने का प्रयास हो रहा है। जिसका पहला धार्मिक उत्सव शिव आराधना के रूप में हुआ जिसमें न्यास के फाउंडर मेंबर व शिला न्यासी सदस्य सहित समाज जन शामिल हुए। सभी जजमान को न्यास द्वार शिवलिंग व अशोक राठौर जावरा वालों द्वारा रुद्रक्ष भेंट किए।

रुद्राभिषेक पश्चात वाहन से तीर्थ भूमि दर्शन हेतु वाहन रैली के रूप में शिप्रा गार्डन से बेगमपुरा देवास गेट चमुंडा माता चिमनगंज मंडी कानीपुरा गनई होते हुए उज्जैनिया गांव पहुंची।

रुद्राभिषेक अवसर पर श्री राठौर तीर्थ निर्माण हेतु मीना गोपाल राठौर द्वारा रु. 151000, प्रेमलाल राठौर अध्यक्ष राठौर समाज निमाड़ी इकाई इंदौर द्वारा रु. 151000, महेश राठौर मचलपुर द्वारा रु. 101101 का चेक दान स्वरूप भेंट कर पुण्य अर्जित किया गया।  कार्यक्रम का संचालन हरीश लड्डू ने तथा आभार दिलीप मगरवा उज्जैन ने माना।

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