भगवान महावीर स्वामी की जयंती को जन्म कल्याणक महोत्सव के रूप में मनाते हुए, विशाल चल समारोह निकला
बड़ावडा में भी भगवान महावीर स्वामी का जन्मकल्याणक दिवस मनाया गया।
नाहरू मोहम्मद दबंग देश जावरा। भगवान महावीर स्वामी की जयंती को जन्म कल्याणक महोत्सव के रूप में मनाते हुए संयुक्त जैन महावीर जयंती समिति के तत्वाधान में विशाल चल समारोह नगर के प्रमुख मार्गो से निकला गया जिसमें महिलाओं एवं पुरुषों के साथ युवाओं एवं नन्हा मुन्ना बच्चों की टोलिया भगवान महावीर की स्तुति कर रहे थे। वही बैंडबाजो की मधुर स्वर लहरिया एवं ढोल की थाप सभी के उत्साह में वृद्धि कर रहे थे।सभी समाज जनों ने सफेद कुर्ता पजामा एवं पंचरगी दुगट्टा डाल रखा था जो आकर्षक लग रहे थे।
चल समारोह की अगुवाई सांसद सुधीर गुप्ता, नगर पालिका उपाध्यक्ष सुशील कोचट्टा, नगर पालिका अध्यक्ष प्रतिनिधि युसूफ कडपा, श्री संघ अध्यक्ष अशोक लक्कड़ ,विजय आचलिया, अनिल पोखरना,प्रदीप चौधरी, अशोक छजलानी ,अशोक कोठारी ,पवन पाटनी,रितेश जैन,ओम श्रीमाल ,समिति के संरक्षक मदनलाल धारीवाल ,अध्यक्ष नगिन चंद्र सकलेचा ,महासचिव अभय कोठारी, कोषाध्यक्ष कैलाश बारोड, चल समारोह संयोजक संदीप रांका ,शिखर घारीवाल आदि ने की ।
चल समारोह में विभिन्न महिला मंडलों ने भगवान महावीर का संदेश देने वाली तख्तियां हाथ में ले रखी थी, तो कुछ महिला मंडल गरबा खेल रही थी, तो कुछ महिला मंडल भगवान महावीर के जय कारे कर रही थी ।चल समारोह में फैंसी ड्रेस में बच्चे आकर्षण का केंद्र बने हुए थे। चल समारोह का स्थान स्थान पर विभिन्न संस्थाओं ने स्वागत अभिनंदन किया।
चल समारोह में भाजपा नगर अध्यक्ष राजेश शर्मा,के.के.सिह, डॉ. एच.एस.राठोर,वरूण श्रोत्रिय, सहित अनेक समाज जन उपस्थित थे ।
चल समारोह पिपली बाजार में धर्म सभा में परिवर्तित हुआ जहां दिगंबर जैन संत जैन मुनि वात्सल्य मूर्ति युवारत्न 108 सुयत्न सागर जी महाराज ने विशाल जैन समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान महावीर ने वितराग का ज्ञान प्रदान किया और दुनिया को अहिंसा का संदेश दिया जिससे आज संपूर्ण विश्व भगवान महावीर का यशोगान कर रहा।
*बड़ावडा में भी भगवान महावीर स्वामी का जन्मकल्याणक दिवस मनाया गया*
रविवार को नवपद ओलीजी के सप्तम दिवस चैत्र सुदी तेरस को भगवान महावीर स्वामी का जन्मकल्याणक दिवस मनाया गया।साध्वी मा.सा.ने प्रवचन में बताया भगवान महावीर का मार्ग ही मोक्ष का मार्ग है , आजकल सिर्फ हम अंग्रेजी परम्पराओं में फंसे हुए है , हम खुद हमारे भगवान द्वारा बताया हुआ मार्ग भटक चुके है।महावीर के मार्ग पर चलने से ही मोक्ष की गति प्राप्त होगी।
जयशेखर धाम दादावाड़ी से नगर के प्रमुख मार्गों से चल समारोह निकाला गया।चल समारोह में बैंड बाजो व ढोल की थाप पर युवा युवतियां नृत्य कर उल्लास मना रहे थे।महिला मंडल की श्राविकाएं सिर पर कलश धारण लिए केशरिया साड़ी व पुरुष वर्ग सफेद वस्त्र पहने चल रहे थे ।झंडा चोक में जुहारमल सकलेचा परिवार की और से संघ पूजा की गई।
सर्वप्रथम अक्षत चढ़ाने के लाभार्थी पुखराज सकलेचा परिवार द्वारा लिया गया। पर्व हिंगड़ , युवान बाफना , मौनी सकलेचा , सुरभि सकलेचा , सुभाष सकलेचा ने भी अपने विचार रखे । डॉ प्रदीप बाफना ने जानकारी देते बताया कि मोहनलाल सकलेचा परिवार द्वारा आदिनाथ जैन मंदिर पर दोपहर में पूजा पढ़ाई गई ।
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