आचार्य विश्वरत्न सागर जी महाराज साहब का 18 वर्ष बाद इंदौर शहर में एतिहासिक चातुर्मास प्रवेश Acharya Vishwaratna Sagar Ji Maharaj Sahab's historic Chaturmas entry in Indore city after 18 years
जैन धर्म का मूल है अहिंसा - आचार्य विश्वरत्नसागर सूरी जी ने
उक्त उदगार चार्तुमास प्रवेश अवसर पर धर्म सभा को सम्बोधित करते हुए कहे ।
दबंग देश
इन्दौर। श्री अबुर्द गिरिराज जैन श्वेतांबर तपागच्छ उपाश्रय ट्रस्ट पिपली बाजार इंदौर के तत्वावधान में परम पूज्य आचार्य नवरत्न सागर सूरीश्वर जी महाराज साहब के परोपकारी शिष्य युवा हृदय सम्राट सर्वधर्म दिवाकर आचार्य श्री विश्वरत्न सागर जी महाराज साहब के साथ आचार्य श्री नए चंद्र सागर सुरेश्वर जी महाराज साहब आचार्य श्री विजय पियूष भद्र सागर सुरीशवारजी महाराज साहब आचार्य श्री मृदु रत्न सागर जी महाराज साहब आदि मुनि भगवत एवं साध्वी भगवंत की उपस्थिति में ऐतिहासिक प्रवेश हुआ जिसमें लगभग 10000 से अधिक पब्लिक सम्मिलित हुई चातुर्मास जैन धर्म के अनुयाईयों के लिए अपने जीवन का कल्याण करने का सुनहरा अवसर होता हे जिसमें मौजूद 4 मास जीवन के चार मूल तत्वों के उद्धार के लिए है हमें चाहिये गुरू महाराज तो हमारे आंगन में आ गये प्रवेश हो गया किंतु हमारी प्यास धर्म के प्रति कितनी हमारा उत्तरदायित्व बनता है कि हम उसकों भी समझे उपरोक्त बात ओद्यौगिक राजधानी इन्दौर के नरसिंह वाटिका में चातुर्मास हेतु पधारे जन-जन की आस्था एवं श्रद्धा के केन्द्र महान तपस्वी परम पूज्य आचार्य श्री नवरत्नसागर सूरी जी के परम उपकारी शिष्य महामांगलिक प्रदाता सर्वधर्म दिवाकर आचार्य श्री विश्वरत्नसागर सूरी ने व्यक्त किये आपने आगे कहा कि जैन धर्म का मूल सिद्धांत अहिंसा है संत का दायित्व बनता है कि चातुर्मास में धर्म की गंगा बहाये, जहां संत आते है वहां बंसत अपने आप आ जाता है।
मुनि कीर्तिरत्नसागर सूरी ने सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि इन्दौर नगरी का यह चातुर्मास अपने आप में अद्वितीय है पूज्य गुरूदेव श्री विश्वरत्नसागर सूरी जी ने अपने गुरू परम्परा का निर्वहन करते हुए अनेकों तीर्थो का जीेर्णोद्धार करवाया अनेकों मन्दिरों की प्रतिष्ठाएं एवं दीक्षाएं सम्पन्न कराई हे आप सर्वाधिक लोकप्रिय एवं युवाओं के हित चिंतक संत के रूप में जाने जाते है बस आपकों भी अपनी टीम के साथ गुरूदेव श्री से जुड़ना है ओर धर्म संस्कृति एवं एकता के शंखनाद करना है । धर्म सभा को श्री कैलाश जी विजयवर्गी द्वारा भी संबोधित किया गया एवं कहा गया कि धर्म अगर रहेगा तो देश बचेगा इसलिए धर्म को बचाने का जो कार्य है वह आप गुरुओं के हाथ में है युवा पीढ़ी को संगठित कर पूरे भारत में धर्म प्रचार करना आवश्यक है कार्यक्रम में श्री तुलसी सिलावट मंत्री मध्य प्रदेश शासन, इंदौर महापौर पुष्यमित्र भार्गव , रमेश जी मेंदोला,राजेश चेलावत, जावद विधायक ओमप्रकाश सकलेचा उज्जैन उत्तर विधायक अनिल जैन कालूखेड़ा अतिथि के रूप में उपस्थित रहे आज चातुर्मास प्रवेश के संपूर्ण लाभार्थी श्री मनोहर लाल जी दीपक कुमार जी सुराणा परिवार इंदौर ने लाभ लिया
उपरोक्त जानकारी पुण्य पाल सुराणा, कैलाश नाहर ,ललित सिं जैन, चातुर्मास संयोजक ने जानकारी देते हुए बताई इस अवसर पर मनीष सुराणा पारस बोहरा प्रीतेश औसतवाल शेखर गेलल्डा डॉक्टर प्रकाश बागनी दीलसुख राज कटारिया विजय मेहता दीपक सुराणा दीपक जैन अक्षय कांतिलाल बम भगवत सिंह नागोरी यशवंत जैन सुनील पटवा सुनील जैन एम बी शैलेंद्र नाहर मालवा महासंघ अध्यक्ष संतोष मेहता अभय चोपड़ा राजेश मानव नागेश्वर तीर्थ महासचिव वीरेंद्र जैन राजेंद्र करण पुरिया तीर्थ सचिव धर्मचंद जैन नवरत्न परिवार अध्यक्ष अरुण चौधरी फुलेरा राष्ट्रीय सलाहकार बोर्ड अध्यक्ष राजेश जैन राष्ट्रीय महासचिव यशवंत सांखला पत्रकार प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक दीपक दुग्गड अमित जैन उपस्थित रहे । इसके पूर्व पीपली बाजार से भव्याति भव्य वरघोड़ा प्रवेश का जूलुस प्रारम्भ हुआ जिसमें रथ के साथ 80 बसों से मध्यप्रदेश के कोने कोने से हजारों की संख्या में समाज जन उपस्थित हुए जगह जगह गउली बनाकर पूज्य गुरू श्री का स्वागत समाज जनों ने अपने अपने घरों के सामने किया वही सैकड़ों युवान प्रभु एवं गुरू भजनों पर नाचते गाते चल रहे थे। जूलुस जब नरसिंह वाटिका पहुंचा यहां धर्म सभा में परिवर्तित हो गया कार्यक्रम प्रातः काल 9 बजे से दोपहर लगभग 3 बजे तक सतत चलता रहा ।
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