नर्मदा समग्र द्वारा आयोजित पारिस्थितिकी तंत्र सेवाएं विषय पर तीन दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ हुआ Three-day workshop on Ecosystem Services organized by Narmada Samagra started

 नर्मदा समग्र द्वारा आयोजित पारिस्थितिकी तंत्र सेवाएं विषय पर तीन दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ हुआ

जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अनीता चौहान ने कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए संबोधित किया

विजय मालवी |  दबंग देश 

अलीराजपुर..... 

नर्मदा समग्र द्वारा पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से आयोजित पारिस्थितिकी तंत्र सेवाएं विषय पर तीन दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ कृषि विज्ञान केन्द्र अलीराजपुर में हुआ। 

नर्मदा समग्र द्वारा पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से आयोजित पारिस्थितिकी तंत्र सेवाएं विषय पर तीन दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ कृषि विज्ञान केन्द्र अलीराजपुर में हुआ।

कार्यशाला के शुभारंभ सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अनीता चौहान उपस्थित हुईं। कार्यक्रम की अध्यक्षता नर्मदा समग्र अध्यक्ष श्री राजेष दवे ने की। कार्यशाला का शुभारंभ जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अनीता चौहान, नर्मदा समग्र अध्यक्ष, डाॅ. सुदेश वाघमारे ने मां सरस्वती एवं मां नर्मदा के चित्र का पूजन, दीप प्रज्वलन एवं पुष्पमाला अर्पित कर किया।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अनीता चौहान ने कहा जीवन में सीखने की कोई उम्र नहीं होती है। इको सिस्टम सर्विस के बारे में अपने विचार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा पर्यावरण के साइकिल को सुव्यवस्थित करने के लिए सशक्त इको सिस्टम आवष्यक है। 

उन्होंने ईको सिस्टम को बेहतर और सशक्त बनाने के लिए प्रत्येक व्यक्ति के दायित्व और कर्तव्य के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा पर्यावरण को संरक्षित करने हेतु पेड़ पौधों के संरक्षण के साथ-साथ उनका रोपण आवष्यक है। इसके लिए समाज के प्रत्येक वर्ग को आगे आना होगा। उन्होंने पारिस्थितिकी तंत्र में जैविक खाद के महत्व पर प्रकाश डाला। 

उन्होंने गोबर एवं जैविक खाद की आवश्यकता पर भी विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने जीवन में योग के महत्व पर अपने विचार व्यक्त किये। श्रीमती चौहान ने प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के महत्व की बात कहते हुए उक्त योजना के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण हेतु होने वाले प्रयासों पर अपने विचार व्यक्त किये। 

उन्होंने प्रत्येक हितग्राही को योजना तथा उससे होने वाले पर्यावरणीय लाभ के बारे में जागरूक करने की बात कही। उन्होंने कहा अलीराजपुर जिले में नर्मदा जल को पूरे जिले तक पहुंचाने के प्रयास किये जा रहे है। उन्होंने सभी का आह्वान किया कि आमजन को नर्मदा जल सहित अन्य नदी नालों आदि में वर्षा जल के महत्व की जानकारी दी जाए। 

जल के अपव्यय को रोकने हेतु हर स्तर पर व्यापक प्रयास करने की बात कही। उन्होंने सभी प्रशिक्षणार्थियों से उक्त प्रशिक्षण के माध्यम से मिली जानकारी को अन्य जिलेवासियों तक पहुंचाने की बात कही। कार्यशाला के शुभारंभ सत्र अवसर पर डाॅ. सुदेश वाघमारे ने कार्यशाला की संकल्पना पर विस्तृत प्रकाश डालते हुए पारिस्थितिकी तंत्र को संषक्त बनाने वाले तत्वों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। 

कार्यशाला में नर्मदा समग्र के कार्यकारी श्री कार्तिक सर्पे एवं अन्य पदाधिकारीगण ने अतिथिगण का स्वागत किया। अतिथिगण का तुलसी पौधा एवं गोबर शिल्प भेट कर स्वागत किया गया। संचालन नर्मदा समग्र के श्री मनोज जोशी ने किया। सत्र समापन आभार श्री दवे ने माना। कार्यालय में डिप्टी कलेक्टर श्री जीपी अग्रवाल, श्री कुलदीप मंडलोई, श्री राजेश जादम, नर्मदा समग्र के सदस्यगण, विभिन्न विभागों के अधिकारी-कर्मचारीगण आदि उपस्थित थे।

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