महाशिवरात्रि पर करें इन 5 मंत्रों का जाप Chant these 5 mantras on Mahashivratri

 महाशिवरात्रि पर करें इन 5 मंत्रों का जाप

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह महाशिवरात्रि के दिन ही संपन्न हुआ था. इस दिन शिव पार्वती की विधि विधान से पूजा-अर्चना करने पर भक्तों को मनचाहा वरदान प्राप्त होता है 

और उनके जीवन में आ रही अनेक तरह की परेशानियां दूर हो जाती हैं. मान्यता है कि इस दिन भोलेनाथ के शक्तिशाली मंत्रों का जाप करने से मानसिक शांति प्राप्त होती है, घर में सुख-समृद्धि बढ़ती है और धन आगमन के रास्ते भी खुलते हैं. वे कौन से मंत्र हैं?

परेशानियां दूर हो जाती हैं. मान्यता है कि इस दिन भोलेनाथ के शक्तिशाली मंत्रों का जाप करने से मानसिक शांति प्राप्त होती है, घर में सुख-समृद्धि बढ़ती है और धन आगमन के रास्ते भी खुलते हैं. वे कौन से मंत्र हैं?

1. मानसिक शांति का मंत्रजो व्यक्ति महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव के मूल मंत्र का जाप करता है, उसे हर तरह का सुख प्राप्त होता है. साथ ही मानसिक शांति भी मिलती है. इस दिन शिवलिंग का जलाभिषेक करते समय भोलेनाथ के मूल मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए.

मूल मंत्रऊँ नम: शिवाय।।

2. एकाग्रता बढ़ाने का मंत्रमहाशिवरात्रि के दिन जो व्यक्ति भगवान शिव के ध्यान मंत्र का 11 बार जाप करता है, उसकी एकाग्रता में वृद्धि होती है और वह सही निर्णय लेने में सक्षम होता है.

ध्यान मंत्रध्याये नित्यं महेशं रजतगिरिनिभं चारूचंद्रां वतंसं।रत्नाकल्पोज्ज्वलांगं परशुमृगवराभीतिहस्तं प्रसन्नम।।पद्मासीनं समंतात् स्तुततममरगणैर्व्याघ्रकृत्तिं वसानं।विश्वाद्यं विश्वबद्यं निखिलभय हरं पञ्चवक्त्रं त्रिनेत्रम्।।

3. समस्या से निजात पाने का मंत्रअगर आप महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव के नामावली मंत्र का जाप करते हैं, तो आपके जीवन में आ रही हर तरह की समस्या से आपको छुटकारा मिल सकता है.

शिव नामावली मंत्रश्री शिवाय नम:श्री शंकराय नम:श्री महेश्वराय नम:श्री सांबसदाशिवाय नम:श्री रुद्राय नम:ओम पार्वतीपतये नम:ओम नमो नीलकण्ठाय नम:

4. हर कष्ट होगा दूरअगर आप हर तरह के संकट से छुटकारा पाना चाहते हैं तो महाशिवरात्रि के दिन 108 बार महामृत्युंजय मंत्र का जाप जरूर करें.

महामृत्युंजय मंत्रॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्।उर्वारुकमिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥

5. ग्रह दोष से मुक्ति का उपायजिन जातकों की कुंडली में कालसर्प दोष, पितृ दोष या राहु से संबंधित कोई दोष होता है. उन्हें नियमित रूप से भगवान शिव के गायत्री मंत्र का जाप करना चाहिए.

शिव गायत्री मंत्र।। ओम तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि तन्नो रुद्र: प्रचोदयात ।।

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