कल चढ़ाया जाएगा मेले का 74 वा निशान।
संत सिंगाजी महाराज के अनुयाई संत बुखारदास बाबा का मेला कल से प्रारंभ हो रहा हे। कल कार्तिक सुदी पूर्णिमा को निशान चढ़ाए जायेगे मेले का आयोजन नगर परिषद छनेरा के द्वारा किया जाता है। सन 1950 में पहली बार मेला लगा था बताया जाता हे की पहला मेला 1950 में संत बुखारदास बाबा के भक्त कालू दास बाबा में कलेक्टर से अनुमति लेकर लगाया था तब से आज तक मेले का आयोजन किया जा रहा है।
पहले मेले का आयोजन ग्राम पंचायत छनेरा के द्वारा किया जाता था। अब नगर परिषद छनेरा के द्वारा किया जा रहा है। लेकिन जब से नगर परिषद ने व्यवस्था संभाली तब से मेला अपनी रौनक खोता जा रहा है। क्युकी नगर परिषद सिर्फ मेला लगाकर अपनी जिम्मेवारी पूर्ण कर लेती है।
ग्राम पंचायत के समय में मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रम ,आतिशबाजी ,बेस्ट दुकानदार ,का आयोजन कर इनाम दिया जाता था उसी के साथ प्रमाण पत्र भी वितरित करती थी। जिससे व्यापारियों का मनोबल बढ़ता था। जिससे बड़े बड़े व्यापारी दुकान लेकर आते थे जिसको देख कर मेले में लोगो की भीड़ भी ज्यादा रहती थी
लेकिन जब से नगर परिषद ने जिम्मदारी संभाली सब बंद कर दिया। अभी भी अगर नगर परिषद चाहे तो मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रम,प्रतियोगिताय ,आयोजित करे तो मेले की रौनक लौट सकती है। कल से सुरू होने वाले मेले को नगर परिषद ने मेले ग्राउंड पर l लियाउट डाल दिया है।
दुकानें लगना सुरू हो चुकी हे। निशान कल शाम को 6 बजे चढ़ाया जाएगा। जिसके बाद भंडारे का आयोजन भी किया जाएगा। मालवीय परिवार द्वारा निशान चढ़ाने की परंपरा सुरू से निभाई जा रही हे। वार्ड क्रमांक 13 निवाशी बसंत मालविया अपने पूर्वजों के समय से निशान चढ़ाते आ रहे हे।
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