अस्त होते सूरज को दिया अर्घ्य, आज उगते हुए सूरज की आराधना। Arghya given to the setting sun, today the rising sun is worshipped.

अस्त होते सूरज को दिया अर्घ्य, आज उगते हुए सूरज की आराधना। 

सांसद, नपा अध्यक्ष और सांसद प्रतिनिधि भी पहुंचे नर्मदा तट  
मुकेश खेड़े 
बडवाह छठ पर्व के तीसरे दिवस महिलाओं ने अस्त होते सूर्य की पूजा कर अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद माँगा| रविवार शाम को अस्त होते सूर्य की आराधना करने के लिए महिला-पुरुष नावघाट खेडी स्थित नर्मदा नदी पहुंचे|सभी ने सामूहिक रूप से एकत्र होकर सूर्यदेवता को अर्ध्य देकर पूजा की| शाम 4.30 बजे से ही व्रतधारी महिलाए पुरुष एवं महिलाए तट पर पहुंचने लगे थे| पुरुष सिर पर रखी टोकरी में फल,मुली,गन्ना एवं ठकुआ(आटे एवं शकर से बना व्यंजन) इत्यादि रखकर चल रहे थे|वही महिलाए हाथो में आरती की थाल लिए आगे बढ़ रही थी|जैसे ही सूर्यदेव अस्त होने के करीब पहुंचे|महिलाए  थाली एवं कलश लेकर नर्मदा के जल में खड़ी होकर पूजा करने लग गई|इस दौरान महिलाओं ने सूर्यदेव को जल  भी चढ़ाया|जब तक सूर्यदेव पूरी तरह से अस्त नही हुए महिलाए पानी में ही खड़ी रही| इसके बाद महिलाओं ने घाट पर नर्मदा जी का पूजन कर दीपदान भी किया| 
बडवाह छठ पर्व के तीसरे दिवस महिलाओं ने अस्त होते सूर्य की पूजा कर अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद माँगा| रविवार शाम को अस्त होते सूर्य की आराधना करने के लिए महिला-पुरुष नावघाट खेडी स्थित नर्मदा नदी पहुंचे|सभी ने सामूहिक रूप से एकत्र होकर सूर्यदेवता को अर्ध्य देकर पूजा की| शाम 4.30 बजे से ही व्रतधारी महिलाए पुरुष एवं महिलाए तट पर पहुंचने लगे थे| पुरुष सिर पर रखी टोकरी में फल,मुली,गन्ना एवं ठकुआ(आटे एवं शकर से बना व्यंजन) इत्यादि रखकर चल रहे थे|वही महिलाए हाथो में आरती की थाल लिए आगे बढ़ रही थी|जैसे ही सूर्यदेव अस्त होने के करीब पहुंचे|महिलाए  थाली एवं कलश लेकर नर्मदा के जल में खड़ी होकर पूजा करने लग गई|इस दौरान महिलाओं ने सूर्यदेव को जल  भी चढ़ाया|जब तक सूर्यदेव पूरी तरह से अस्त नही हुए महिलाए पानी में ही खड़ी रही| इसके बाद महिलाओं ने घाट पर नर्मदा जी का पूजन कर दीपदान भी किया|

इस अवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष राकेश गुप्ता,भाजपा जिला महामंत्री महिम ठाकुर, नगर मंडल अध्यक्ष चंद्रपाल सिंह तोमर,निखिलेश खंडेलवाल,ब्रजेश यादव सहित कार्यकर्ता पहुंचे थे। व्रतधारी महिलाओ ने बताया की तीसरे दिन महीलाओ ने पुरे दिन निर्जल उपवास किया था|रात्रि के समय महिलाओं ने अपने घर में छठी माता के भजन भी गाए| सोमवार सुबह उदय होते सूरज की आराधना के साथ पर्व का समापन होगा|इस अवसर पर नर्मदा तट पर बड़ी संख्या में महिला पुरुष उपस्थित थे|

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