ढाई दीप में संपन्न हुआ पंचकल्याणक रथ प्रवर्तन समारोह Panchkalyanak chariot enforcement ceremony concluded in Dhai Deep

 ढाई दीप में संपन्न हुआ पंचकल्याणक रथ प्रवर्तन समारोह 

प्रसिद्ध जैन तीर्थ गोमटगिरी के नजदीक बन रहा विश्व का अद्वितीय जैन मंदिर तीर्थधाम ढाईदीप जिनायतन अब अपनी पूर्णता की ओर है ।

 इसकी प्राण प्रतिष्ठा आगामी 20 जनवरी से 26 जनवरी 2023 तक होने जा रही है ।

 20 से 26 जनवरी तक होने वाले पंचकल्याणक महोत्सव के आमंत्रण के लिए देशभर में एक रथ भेजा जाएगा जिसका प्रवर्तन 14 और 15 अगस्त को समारोह पूर्वक किया गया ।

ढाई दीप में संपन्न हुआ पंचकल्याणक रथ प्रवर्तन समारोह Panchkalyanak chariot enforcement ceremony concluded in Dhai Deep


रथ प्रवर्तन के अवसर पर 14 तारीख को ध्वजारोहण अनिल जैन जैनको परिवार ने किया तत्पश्चात जयपुर से पधारे डॉक्टर संजीव कुमार जी गोधा ने पंचकल्याण विषय पर अपना उद्बोधन दिया इसके पश्चात कोलकाता से पधारे हुए अशोक कुमार सुशील कुमार बजाज परिवार एवं ग्वालियर से पधारे हुए मनोज जी जैन जैना ज्वैलर्स परिवार ने रथ का अनावरण किया सभी लोग सुंदर रथ को देखकर अत्यंत प्रसन्न हो गए ।दोपहर में खनियाधाना से पधारे हुए महोत्सव के प्रतिष्ठाचार्य बाल ब्रह्मचारी अभिनंदन कुमार जी की अध्यक्षता में पंचकल्याणक क्या क्यों और कैसे इस विषय पर मार्मिक संगोष्ठी हुई। 

मिडिया प्रभारी प्रवीण जैन ने बताया कि सायंकालीन कालीन सभा के अवसर पर कोटा से पधारे विद्वान संजय जैन ने पंचकल्याणक के अवसर पर जो कार्यक्रम होंगे उसकी एक मनमोहक झलक प्रस्तुत की जिसको देखकर सभी लोग अभिभूत हो गए । 

कार्यक्रम के दूसरे दिन पंडित अभय कुमार जी जैन देवलाली द्वारा विशेष रुप से लिखे गए ढाई दीप विधान का आयोजन किया गया जिसका मुख्य मंगल कलश मुंबई से पधारे श्रीमान विजय भाई परिवार ने स्थापित किया विधान के पश्चात पंचकल्याणक महोत्सव के पात्रों का ऐतिहासिक रूप से सम्मान किया गया तत्पश्चात दोपहर में ढाई दीप रचना के संदर्भ में एक विशिष्ट विद्वत संगोष्ठी हुई जिसमें विभिन्न विद्वानों ने ढाई दीप क्या है यह किस प्रकार बनेगा इसकी रोचक प्रस्तुति प्रस्तुत दी। 

 देश भर से और इंदौर शहर से लगभग 2000 लोगों ने पूरे कार्यक्रम का लाभ लिया ऑनलाइन भी हजारों लोगों ने इस कार्यक्रम का लाइव लाभ लिया इस अवसर पर पूरे देश के प्रतिनिधि महिपाल जी बांसवाड़ा , अशोक जी जबलपुर , आदि अनेक अतिथियों का सानिध्य मिला।

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