बिल्लोद में जल संकट की चिंता नही सरपंच ,सचिव नूरा कुश्ती में लगे
गजेन्द्र माहेश्वरी
मंदसौर :- मंदसौर जिलो की पंचायतो में जलसंकट को लेकर हाहाकार मचा है उसमें बिल्लोद ग्राम पंचायत भी अछूती नही है। यहाँ पर भी ग्राम वासी काफी परेशान है 3 से 5 दिन में पानी मिलता है वह भी नाम मात्र का,लोग जल संकट से परेशानी उठा रहे वही सरपंच ओर सचिव पंचायत के समान को लेकर नूरा कुश्ती में व्यस्त है। उन्हें जनता की कोई परवाह ही नही है।
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जानकारी यह मिली कि बिल्लोद पंचायत में लगे नए उपकरण चोरी हो गए अगर उपकरण चोरी हो गए तो फिर एफ आई आर क्यों नहीं कराई गई क्या विभाग के कर्मचारी दोषी है। बड़ा सवाल जनता के मन में उठ रहा था । तकरीबन कई महीनों से नवीन पंचायत भवन का कार्य पूरा हो चुका है। और कई महीनों से पंचायत में नवीन उपकरण लग चुके हैं लेकिन उन उपकरणों की चोरी होना बड़ा सवाल बना बैठा था। विभाग वालो ने चोरी की एफआईआर दर्ज क्यो नही कराई क्या उनकी मिलीभगत से हुआ था
लेकिन जब सरपंच जैन से मोबाइल पर चर्चा की गई तो सरपंच के द्वारा यह बताया गया कि पंचायत भवन बिजली विभाग के ग्रिड के पास एक तरफ बना हुआ है। जहां पर चोरी होने की प्रबल संभावना के कारण जो सामग्री क्रय की गई थी वह मेरे घर पर रखी गई थी। क्योंकि कभी भी वहां अकेला कमरा होकर चोरी हो सकती है। लेकिन मामला चर्चित होने से वह सामग्री मैंने कल रात को पंचायत भवन में लगवा दी और अन्य सामग्री रखवा भी दी है। में वह पर सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरे लगवाऊंगा और वहां पर सीसीटीवी कैमरे लगवाने की व्यवस्था की जा रही है। जबकि बिल्लोद सहित पूरे जिले में यह माहौल खड़ा कर दिया था कि पंचायत से सामान चोरी हो गया है। अब यह कारस्तानी किसकी हो सकती है यह तो नहीं कहा जा सकता लेकिन जो भी कुछ हो रहा है वह अच्छा नहीं है। पंचायत सचिव सरपंच के बीच की नूरा कुश्ती से गांव वाले परेशान क्यों..?
यह सवाल जनता के मन में उठ रहा है मल्हारगढ की जनपद की ग्राम पंचायत बिल्लोद में नवीन भवन के सामान गायब होने का यह मामला तब प्रकाश में आया था जब जनपद पंचायत के सीइओ स्वंय ग्राम पंचायत बिल्लोद का निरीक्षण करने पहुंचे पंचायत के हालात देखकर सीईओ ने सचिव को फटकार लगाई तुम्हारी नई बिल्डिंग बन गई फिर खंडहर में क्यों पंचायत लगा रहे हो। सचिव का कहना था
कि या व्यवस्था नही है । पंखा ट्यूबलाइट अन्य सुविधाओं का सामान नही है जनपद सीईओ को जानकारी मिली कि पंचायत का समान सरपंच के पास है वह उनके घर की शोभा बढ़ा रहा है और वह दे नहीं रहा है। सीईओ द्वारा कार्यवाही करना चाहिए लेकिन राजनीतिक संरक्षण सामने आ गया। जनता ने गांव के विकास के लिए सरपंच चुना की गांव का विकास होगा पर सरपंच अपना विकास करने में लगा है।
जानकारी अनुसार पंचायत में छत पंखे, पानी की टंकी बेशीन सहित कई सामान नदारद है। सरपंच महोदय के अनुसार कल शाम को पंचायत भवन में समान लग गया और बाकी पहुंच गया है खैर जो भी मसला हो लेकिन सरपंच और सचिव की नूरा कुश्ती कहीं गांव के विकास में बाधा ना बन जाए जिसको लेकर वरिष्ठ अधिकारियों को तुरंत जांच कर कार्रवाई करना चाहिए और जो भी हो उसके खिलाफ कड़े कदम उठाना चाहिए ताकि जनता को इस विषय में किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।
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