नदियां हमारी जीवन रेखा जनजागरण अभियान को लेकर चंबल नदी की पैदल परिक्रमा कर रहे स्वामी तेजोमयनंद और रोबिनसिंह Swami Tejomayanand and Robin Singh doing a parikrama of Chambal river on foot for the public awareness campaign Rivers are our lifeline

नदियां हमारी जीवन रेखा जनजागरण अभियान को लेकर चंबल नदी की पैदल परिक्रमा कर रहे स्वामी तेजोमयनंद और रोबिनसिंह

चंबल यमुना संगम भरेह पर दिसंबर महीने में संपन्न होगा,लगभग 2000 किमी की दूरी तय होगी और चंबल के किनारे बसे गांवों के लाखो लोगों से संवाद संवाद किया जा रहा है


नगर में पैदल यात्रा निकाली व लोगो को जागरूक किया

जन जागरण अभियान वर्तमान पर्यावरणीय असंतुलन को देखते हुए

 जन मानस को सचेत करने व पर्यावरण एवं जल के महत्व को जन जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से किया जा रहा है।

[ अनिल कुशवाह ( पेन्टर ) दबंग देश ]

गौतमपुरा । नदियां हमारी जीवन रेखा जनजागरण अभियान को लेकर चंबल नदी की पैदल परिक्रमा कर रहे रोबिन सिंह व उनके साथ स्वामी तेजोमयनंद रविवार को सुबह गौतमपुरा के श्री अचलेश्वर महादेव मंदिर पहुचे जहाँ उन्होने श्री अचलेश्वर महादेव का जलाभिषेक किया पश्चात नगर के समाज सेवी योगेश शर्मा, शैलेश सोनी, सुनील कुशवाह, शैलू बागरी आदि के साथ नगर में पैदल यात्रा निकाली व लोगो को जागरूक किया यह जन जागरण अभियान वर्तमान पर्यावरणीय असंतुलन को देखते हुए जन मानस को सचेत करने व पर्यावरण एवं जल के महत्व को जन जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से किया जा रहा है। पैदल परिक्रमा एवं जनजागरण का मार्ग चंबल यमुना संगम कचहरी जिला इटावा से शुरू होकर मध्य प्रदेश एवं राजस्थान राज्यों के विभिन्न जिलों से होते हुए चंबल नदी के उद्गम स्थल महू जिला इंदौर तक जाकर वापस दूसरे किनारे से राजस्थान एवं मध्य प्रदेश होते हुए पुनः चंबल यमुना संगम भरेह पर दिसंबर महीने में संपन्न होगा,लगभग 2000 किमी की दूरी तय होगी और चंबल के किनारे बसे गांवों के लाखो लोगों से संवाद संवाद किया जा रहा है। 

5 नवम्बर को चंबल के उद्गम स्थल जानापाव पर एक छोर की यात्रा पूर्ण होगी यहां चम्बल माता का हवन पूजन कर वही से दूसरे छोर की यात्रा प्रारंभ की जाएगी ओर वापस चम्बल यमुना संगम स्थान पर संपन्न की जाएगी। अब तक 835 km से अधिक की दूरी तय हुई है,जिसका शुभारंभ चंबल यमुना संगम ग्राम कचहरी जिला इटावा उत्तर से 2 अक्टूबर को हुआ था।

Post a Comment

0 Comments