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सिर्फ तिलक लगा लेने से ही हिन्दू धर्म की रक्षा नहीं होगी।Hindu religion will not be protected just by applying tilak.

सिर्फ तिलक लगा लेने से ही हिन्दू धर्म की रक्षा नहीं होग

               -प्रणव बजाज-

  6 नवंबर को जम्मू कश्मीर विधानसभा में अनुच्छेद 370 की बहाली वाला प्रस्ताव बहुमत से स्वीकृत हो गया है। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने चुनाव में वादा किया था कि सरकार बनने पर विधानसभा में पहला प्रस्ताव 370 की बहाली का ही रखा जाएगा। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने 6 नवंबर को अपना यह वादा पूर कर दिया। 370 की बहाली का प्रस्ताव डिप्टी सीएम सुरिंदर कुमार चौधरी ने रखा था। चौधरी ने हाल ही के विधानसभा चुनाव में भाजपा के रविंदर रैना को 7 हजार 819 मतों से हराया था। चौधरी ने हिन्दू बाहुल्य नौशेरा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ा था। हिंदुओं के वोट के कारण ही चौधरी विधायक बने। 370 की बहाली का वादा भले ही हिंदू विरोधी नेशनल कॉन्फ्रेंस ने किया हो, लेकिन इस वादे को हिंदू वोटों से जीते सुरिंदर कुमार चौधरी ने पूरा करवाया। उमर अब्दुल्ला ने चौधरी को डिप्टी सीएम इसलिए बनाया था ताकि 370 की बहाली का प्रस्ताव रखवाया जा सके। इसमें कोई दो राय नहीं कि उमर अब्दुल्ला अपने षडय़ंत्र में सफल रहे। सब जानते है कि अनुच्छेद 370 के प्रभाव में रहते हुए ही कश्मीर घाटी से चार लाख हिंदुओं को प्रताड़ित कर भगा दिया गया। आज भी ऐसे कश्मीरी अपने ही देश में शरणार्थी बनकर रह रहे हैं। उसी अनुच्छेद 370 की बहाली का प्रस्ताव सुरिंदर कुमार चौधरी जैसे हिंदू विधायक ने रखा है, इससे भारत में रहने वाले हिंदुओं के हालातों का अंदाजा लगाया जा सकता है। सुरिंदर चौधरी जैसे हिंदू डिप्टी सीएम के पद के लालच में हिंदुओं की बड़ी से बड़ी कुर्बानी दे सकते हैं। हालांकि अनुच्छेद 370 की बहाली केंद्र सरकार अैर संसद के हाथ में है। जम्मू कश्मीर विधानसभा का प्रस्ताव संवैधानिक दृष्टि से कोई मायने नहीं रखता है, लेकिन सुरिंदर कुमार चौधरी जैसे हिंदुओं के रहते हुए एक दिन संसद और केंद्र सरकार भी नेशनल कॉन्फ्रेंस वाली सोच का कब्जा हो जाएगा और तब अनुच्छेद 370 की बहाली भी जम्मू कश्मीर में हो जाएगी।

कांग्रेस का भी समर्थन:

6 नवंबर को 370 की बहाली का विधानसभा में कांग्रेस ने भी समर्थन किया। हालांकि प्रस्ताव रखे जाने के समय भाजपा के विधायकों ने जमकर विरोध किया। यहां तक कि विधानसभा में प्रस्ताव की प्रतियां भी फाड़ दी, लेकिन इसके बाद भी कांग्रेस के समर्थन से 370 की बहाली का प्रस्ताव बहुमत से स्वीकृत हो गया हैै।

तिलक लगाने से धर्म की रक्षा नहीं:

बागेश्वर धाम के प्रमुख धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री 6 नवंबर से राजस्थान के भीलवाड़ा में कथावाचन कर रहे हैं। पांच दिवसीय कार्यक्रम के पहले दिन ही धीरेंद्र शास्त्री ने भारत में रहने वाले हिंदुओं के बारे में सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि तिलक लगा लेने से हिंदू धर्म की रक्षा नहीं होगी। भारत में हिंदुओं और सनातन संस्कृति पर जो चौतरफा हमला हो रहा है उसमें हिंदुओं को जागरूक होने की जरूरत है। धीरेंद्र शास्त्री ने इस बात पर चिंता जताई कि अभी भी हिंदू समुदाय कुंभकरण की नींद सो रहा है। शास्त्री ने देश में बढ़ते धर्मांतरण पर भी चिंता जताई है।

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