श्रावण महोत्सव के प्रथम दिवस शास्त्रीय गायन समूह तबला वादन, कथक प्रस्तुति से शिवमयी हुआ श्रावण महोत्सव On the first day of Shravan festival, classical singing group, tabla playing, Kathak presentation made Shravan festival Shiva-filled

श्रावण महोत्सव के प्रथम दिवस शास्त्रीय गायन समूह तबला वादन, कथक प्रस्तुति से शिवमयी हुआ श्रावण महोत्सव

 अश्विन चोपड़ा दबंग देश

उज्जैन। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के गौरवशाली आयोजन 19 वॉ अखिल भारतीय श्रावण महोत्सव 2027 शिव सम्भवम की प्रथम संध्या में दीप प्रज्जवलन के पश्चात कार्यक्रम के प्रारंभ में पहली प्रस्तुति रतन मोहन शर्मा के शास्त्रीय गायन की हुई । उसके पश्चात उज्जैन की संस्था गेबी साहब ताल वाद्य कचहरी द्वारा पं.श्री रामचन्द्र चौहान के निर्देशन में समूह तबला वादन की प्रस्तुति के बाद कार्यक्रम का समापन उज्जैन की ऐश्वार्या शर्मा की कथक नृत्य की प्रस्तुति से हुआ।श्रावण महोत्सव 2024 की प्रथम संध्या की प्रथम प्रस्तुति का प्रारंभ रतन मोहन शर्मा ने बंदिश से किया । उसके बाद विलंबित लय में ठुमरी भोला लगावे बेडा पार......, राज देश में भजन गल भुजंग भस्म अंग शंकर अनुरागी......प्रस्तुति के पश्यात प्रस्तुति का समापन हवेली संगीत के पद से किया। 



आपके साथ पखावज पर पं. अखिलेश गुन्देचा, तबला संगत रामेन्द्र सोलंकी, हारमोनियम पर अभिनव रावदे व गायन सहयोगी स्वर शर्मा व श्री मानस रंजन ने संगत की ।महोत्सव की दूसरी प्रस्तुति उज्जैन की संस्था श्री गेबी साहब ताल वाद्य कचहरी द्वारा पं.श्री रामचन्द्र चौहान के निर्देशन में समूह तबला वादन के साथ पखावज, ढोलक, घटम, परकशन, डफ वाद्यों के साथ प्रस्तुति हुई। प्रस्तुति में समूह द्वारा उठान, तिहाई, टुकड़े, परन, त्रिपुली, कायदे (जाति, तिसर, मिपर, चतुस्र्खंड), पलटे, तिहाईया, सवाल- जवाब व अंत में चक्करदार तिहाई की प्रस्तुति दी गई | प्रस्तुति देने वाले समूह में पखावज पर विकास उपाध्याय, तबला वादन पर राहुल पवांर, हर्ष काले, शक्ति नागर, मानस बंसल, परकशन पर रितिक योगी, हुपेश भाटिया, घटम पर सार्थक गोखले, ढोलक पर उज्जवल, बेस ड्रम पर आशीष भाटिया सम्मिलित थे | 

प्रथम संध्या की अंतिम प्रस्तुति उज्जैन की सुश्री ऐश्वर्या शर्मा के कथक नृत्य की हुई। कथक नृत्यांगना सुश्री ऐश्वार्या शर्मा ने श्रावण महोत्सव में अपनी प्रस्तुति का प्रारंभ शिव वंदना डमरू हर कर बाजे से किया। तत्पश्चात शुद्ध कथक नृत्य तीनताल में पारंपरिक क्रम में उठान ठाट, आमद , तिहाई, तोड़े, टुकड़े, कवित्त, परण की मनोहारी प्रस्तुति दी। तकनीकी पक्ष के उपरांत अपनी प्रस्तुति के अंत में भाव पक्ष में ठुमरी मोहे छोडो ना नन्द की सुनो ओ छेला..... की सुंदर भाव प्रस्तुति से दर्शक मंत्रमुग्ध हुवे।शर्मा के साथ सितार पर विनीता माहुरकर, तबला संगत पर अरुण कुशवाह, हारमोनियम एवं गायन पर आस्तिक उपाध्याय व पढंत पर सुष्मिता पवार ने संगत की।कार्यक्रम के प्रारंभ में दीप प्रज्जवलन मुख्य अतिथि श्रीमती कलावती यादव, अध्यक्ष नगर पालिक निगम उज्जैन, अनिल जैन कालूहेडा विधायक उज्जैन (उत्तर), विजयशंकर पुजारी के अतिरिक्त श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर नीरज कुमार सिंह, प्रशासक एवं अपर कलेक्टर मृणाल मीणा श्रावण महोत्सव के कलाकारों, आयोजक समिति द्वारा किया।दीपप्रज्जवलन के पश्चात श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर नीरज कुमार सिंह, प्रशासक एवं अपर कलेक्टर मृणाल मीणा द्वारा सभी गणमान्य अतिथियों का दुपट्टा, प्रसाद व स्मृति चिन्ह़् देकर सम्मान किया गया।इसके पश्चात अतिथियों द्वारा प्रस्तुति हेतु पधारे सभी कलाकारों एवं सहयोगी कलाकारों का दुपट्टा, प्रसाद व स्मृति चिन्ह़् देकर स्वागत व सम्मान किया गया। मंच संचालन दीपक कोडापे द्वारा किया गया।

Post a Comment

0 Comments