शिव पुराण महा कथा में लाखों श्रद्धालु धर्म लाभ ले रहे हैं । Lakhs of devotees are taking religious benefits from Shiv Puran Maha Katha.H

 शिव पुराण महा कथा में लाखों श्रद्धालु धर्म लाभ ले रहे हैं ।

कई भक्तगण गुजरात महाराष्ट्र एवं राजस्थान से भी पधारे हैं 

मुकेश खेड़े 

ओंकारेश्वर,सनावद,बड़वाह 

समीपवर्ती ग्राम थापना में जारी सप्त दिवसीय शिव महापुराण कथा में भक्ति और उमंग के साथ लाखों श्रद्धालु धर्मलाभ ले रहे हैं। भक्तों की अटूट आस्था और विश्वास  ने तेज गर्मी के प्रकोप और सभी प्रकार के कष्टों तथा अभावों को परास्त कर दिया है। 

समीपवर्ती ग्राम थापना में जारी सप्त दिवसीय शिव महापुराण कथा में भक्ति और उमंग के साथ लाखों श्रद्धालु धर्मलाभ ले रहे हैं। भक्तों की अटूट आस्था और विश्वास  ने तेज गर्मी के प्रकोप और सभी प्रकार के

पिछले तीन दिनों से लाखों भक्त कथास्थल पर डटे हैं और सभी भक्तों के चेहरे खुशी और विश्वास से दमक रहे हैं। लाखों भक्त हर्षोल्लास के साथ शिव महापुराण कथा का श्रवण कर  रहे हैं और दिन प्रति दिन भक्तों की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है। 

आसपास के शहरों,ग्रामों और सुदूरवर्ती प्रांतों से वृद्ध,महिलाएं और बच्चे कथास्थल पर पहुंच रहे हैं। भगवान शिव के प्रति उनकी भक्ति और विश्वास देखते ही बनती है। 

शिव महापुराण कथा के तृतीय दिवस पंडित प्रदीप मिश्रा ने कहा कि राजा मांधाता की तपस्या से प्रसन्न होकर भगवान शिव ने वरदान दिया था कि शिवलिंग के रूप में सदैव ओंकारेश्वर में विद्यमान रहूंगा और जो भी भक्त राजा मांधाता का स्मरण कर मेरी भक्ति करेगा उसके सारे कष्ट दूर होंगे। 

ओंकारेश्वर क्षेत्र  कभी खाली नहीं रहेगा, यहां कोई भूखा और प्यासा नहीं रहेगा। राजा मांधाता की धरती पर श्रद्धापूर्वक भक्ति करने वाले भक्त की मनोकामना पूर्ण होगी। 

पंडितजी ने कहा कि  राम और कृष्ण तथा तैंतीस कोटि देवताओं ने भी भगवान शिव की भक्ति की है। पंडितजी ने भक्तों का आव्हान किया कहा कि शिवलिंग पर प्रतिदिन श्रद्धापूर्वक एक लोटा जल चढ़ाते रहें।भगवान शिव की कृपा अवश्य होगी।

 पंडितजी ने कहा कि भाग्य के भरोसे नहीं रहते हुए कर्म और परिश्रम करोगे तथा मन में महादेव के लिए विश्वास रखोगे तो महादेव आपकी नैया पार लगाएंगे। पंडितजी ने कहा कि दुनिया पर किया गया भरोसा एक दिन टूट जाएगा किंतु महादेव पर किया गया भरोसा कभी भी नहीं टूटेगा।

 महादेव पर आश्रित रहने वाले भक्त को किसी और आश्रय की आवश्यकता नहीं होती। पंडितजी ने कहा कि उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश जैसे पहाड़ी क्षेत्रों के निवासी तमाम प्राकृतिक आपदाओं के बीच भी आनंद के निवास करते हैं। इसलिए यदि स्थाई आनंद चाहते हो तो जिस अवस्था में भी आप रहते हैं, उस अवस्था में आनंद से रहो। 

कथा के अंत में विधायक सचिन बिरला और विधायक नारायण पटेल ने सपत्नीक आरती में भाग लिया।

विधायक बिरला ने कहा कि कथास्थल की व्यवस्थाओं को सुधारने के लिए यातायात नियंत्रण समिति,भोजन प्रसादी वितरण समिति,पेयजल वितरण समिति,आवास समिति,पांडाल व्यवस्था समिति की बैठक ली है।कथास्थल पर भक्तों की सुविधा के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। बिरला ने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों और कर्मचारियों से भक्तों के साथ सद्भावना पूर्ण व्यवहार करने का आव्हान किया है।

Post a Comment

0 Comments