आदिवासी भाइयों एवं बहनों का रेल में बैठने का सपना कब पूरा होगा :- डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी।।
बड़वानी से दिपक मालवीया: मध्यप्रदेश के निमाड़ क्षेत्र में बहुप्रतीक्षित रेलवे मार्ग परियोजना (इंदौर-मनमाड़) के संबंध में राज्यसभा सांसद डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी के प्रयास दिल्ली संसद भवन में निरंतर जारी।।संसद के शीत कालीन सत्र के दौरान राज्यसभा सांसद डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी ने गुरुवार को शून्यकाल के दौरान निमाड़ क्षेत्र की 105 सालों से बहुप्रतीक्षित इंदौर-मनमाड़ रेलवे मार्ग परियोजना की शीघ्र स्वीकृति कर कार्य शुरू करने की मांग सदन में उठाई।।सांसद डॉ. सुमेर सिंह सोलंकी ने अपने सवाल के माध्यम से सरकार का ध्यान आकर्षित करते हुए बताया कि मैं मध्य प्रदेश के निमाड़ क्षेत्र से आता हूं,यह सम्पूर्ण क्षेत्र आदिवासी बाहुल्य जिलों से घिरा हुआ है। जहाँ आज तक किसी ने रेल नहीं देखी। यहाँ के आदिवासी लोग रेल को लेकर भावनात्मक रूप से जुड़े हैं,
क्यूँ कि आज तक की पूर्ववर्ती सरकारों ने यहाँ के लोगों को रेल मार्ग परियोजना को शुरू करने के नाम पर छला ही है. मैं इस सदन के माध्यम से यह बताना चाहता हूँ कि मनमाड-इंदौर रेल मार्ग की परियोजना लगभग 105 सालों से प्रस्तावित है परंतु यह रेल मार्ग आज तक पूरा नही हो पाया है मैं एक ग्रामीण परिवेश में पला-बड़ा हूँ मेरे आदिवासी भाई-बहनों के लिए रेल में बैठने का एक सपना, सपना ही बना हुआ है प्रधानमंत्री मोदी जी ने विशेषकर आदिवासी समाज के विकास के लिए बहुत तवज्जो दी है, जबकि पूर्ववर्ती सरकारें हमारे समाज को लेकर हमेशा गौण बनी रही।। इससे मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के पिछड़े इलाके और स्टेचू ऑफ़ यूनिटी से लेकर , महेश्वर-मांडू, बाग-गुफा, ओंकारेश्वर, स्टेचू ऑफ़ यूनिटी, 52 गजा जैसे अनेक ऐतिहासिक पर्यटन स्थल जुड़ेंगे, इससे पर्यटन क्षेत्र का भी विकास होगा। इस परियोजना की प्रगति पर विशेष ध्यान देने का कष्ट करें ताकि यह परियोजना माननीय प्रधानमन्त्री जी नेतृत्व के दौरान सही दिशा, और तीव्र गति से इसका कार्य पूर्ण हो सके।


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