दबंग देश सुनिल चन्द्रवंशी
मंदसोर/ पूरे गांव मे पुष्प से सुवागत किया गया और रंगोली बनाई गई | शाखा में ही संघ के सदस्यों को वैचारिक शिक्षा दी जाती है। शाखा संघ की आधारभूत संगठनात्मक इकाई है, जो उसे ज़मीनी स्तर पर एक बड़ी मौजूदगी देती है।शाखा वो जगह है, जहाँ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सदस्यों को वैचारिक और शारीरिक रूप से प्रशिक्षित किया जाता है। ज़्यादातर शाखाएं हर दिन सुबह और कभी-कभी शाम को चलाई जाती हैं. कुछ इलाक़ों में ये शाखाएं हफ़्ते में कुछ दिन चलती हैं.
आरएसएस के मुताबिक़, भारत में 83 हज़ार से ज़्यादा शाखाएं हैं.
शाखा में शारीरिक व्यायाम और खेलों के साथ-साथ टीमवर्क और नेतृत्व कौशल सुधारने के लिए डिज़ाइन की गई गतिविधियां होती हैं और 'मार्निंग' और 'आत्मरक्षा' की तकनीक भी सिखाई जाती है। शाखा में ही संघ के सदस्यों को वैचारिक शिक्षा दी जाती है. शाखा में ही उन्हें हिंदुत्व, हिन्दू राष्ट्रवाद, और आरएसएस के अन्य मूल सिद्धांतों के बारे में सिखाया जाता है।आरएसएस देश भर में अपनी उपस्थिति बढ़ाने और बनाए रखने के लिए शाखाओं पर ही निर्भर करता है.

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