4 अप्रैल से शुरू होगा पर्व- बाजार में माता की चुनरी मुखौटे सहित पूजन अर्चन की सामग्री की सजने लगी दुकाने।The festival will begin from April 4 - Shops have started getting decorated in the market with worship material including Mata's Chunari and masks.

4 अप्रैल से शुरू होगा पर्व- बाजार में माता की चुनरी मुखौटे सहित पूजन अर्चन की सामग्री की सजने लगी दुकाने।

गणगौर पर्व की तैयारी शुरू, बाजार में बिकने लगी बांस की टोकरियां।


सुरेंद्र कुमार जैन दंबग देश



निसरपुर महिला प्रधान पर्व और निमाड़ के लोकपर्व गणगौर की इस सप्ताह से शुरूआत होगी इसको लेकर माता के ज्वारे बोने के लिए बांस की टोकरियां की दुकानें बाजार में नजर आने लगी। लोग ज्वारों की संख्या के हिसाब से टोकरिया खरीदने लगे हैं। इस बार चैत्र कृष्ण एकादशी 4 अप्रैल को है। इस दिन माता की बाडियो में श्रद्धालुओं द्वारा टोकरी में अनाज भरकर पुजारी परिवार को ज्वारे बोने के लिए सौंपे जाएंगे। पर्व को लेकर बाजार में माता की चुनरी मुखौटे सहित पूजन अर्चन की सामग्री की दुकानें सजने लगी है। वही माता की बाडियो में साफ सफाई रंगाई पुताई शुरू हो गई है। 4 अप्रैल को नगर में करीब चार स्थानों पर माता की बाड़ी में सैकड़ो श्रद्धालु अनाज भरी बांस की टोकरी रखेंगे 7 दिन तक बाड़ी में पुजारी परिवार द्वारा ज्वारों की पूजा अर्चना की जाएगी वही सातवें दिन चैत्र शुक्ल की तीज पर बाडिया खुलेगी। गणगौर की तीज 11 अप्रैल को है उस दिन श्रद्धालु महिला पुरुष माता की बाड़ी में ज्वारों का पूजन कर रथों पर सवार कर अपने घर लाएंगे ज्वारे बोने के साथ ही नगर में गणगौर पर्व पर विभिन्न समाज की महिलाओं द्वारा फूल पाती खेलने की सिलसिला शुरू होगा। बता दे की बाडी में 7 दिन ज्वारे सिंचाई के बाद श्रद्धालु माता को अपने घर आगमन करते हैं और रथों पर सवार कर दो दिन तक बैंड बाजा के साथ बस स्टैंड परिसर ले जाते हैं इस दौरान कोई एक दिन तो कोई दो दिन तक माता के रथ रोकते हैं।

पर्व के साथ बाजार में आएगा उठाव-

गणगौर पर्व के साथ ही बाजार में कपड़ा साड़ी रेडीमेड सहित श्रृंगार आभूषण आदि व्यवसाय में उठाव आएगा। पर्व पर नगर में विभिन्न समाजों के घरों में माता के ज्वारे रथों पर रखकर अगवाई की जाएगी इस दौरान महिला मंडलों द्वारा गीत पाती सहित अन्य आयोजन होंगे।

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