200 से अधिक वैरायटी के गुलाबों की दो दिवसीय प्रर्दशनी पहले दिन स्थानीय लोगो सहित अन्य राज्यों एक हजार लोगो ने अवलोकनThe two-day exhibition of more than 200 varieties of roses was visited by one thousand people from other states including local people on the first day.

 200 से अधिक वैरायटी के गुलाबों की दो दिवसीय प्रर्दशनी पहले दिन स्थानीय लोगो सहित अन्य राज्यों एक हजार लोगो ने अवलोकन

मुकेश खेड़े 

बड़वाह/नगर के सिरलाय क्षेत्र में पहली बार गुलाब के पौधों की प्रदर्शनी लगाई गई है।इस प्रदर्शनी में करीब 200 से अधिक गुलाब के पौधों की वैरायटी देखने को मिलेगी। दो दिवसीय प्रदर्शनी का शुभारंभ सोमवार को हुआ है।जिसका उद्घाटन विरक्त कुटी आश्रम के महंत वीरेंद्र गिरी जी महाराज व होशंगाबाद (नर्मदापुरम) से पधारे महंत प्रह्लाद जी महाराज ने किया।

200 से अधिक वैरायटी के गुलाबों की दो दिवसीय प्रर्दशनी पहले दिन स्थानीय लोगो सहित अन्य राज्यों एक हजार लोगो ने अवलोकनThe two-day exhibition of more than 200 varieties of roses was visited by one thousand people from other states including local people on the first day.

संत महंतों ने प्रदर्शनी का अवलोकन कर आनंद भी लिया

।इस दौरान प्रदर्शनी को देखने के लिए आसपास के स्कूल के 100 से अधिक बच्चे पहुंचे या उन्होंने गुलाब के  पौधों की अलग-अलग किस्म को देखा और उनके बारे में विस्तार से जानकारी ली। इसके साथ प्रदर्शन को देखने के लिए न सिर्फ बड़वाह एवं सनावद बल्कि आसपास के क्षेत्र सहित अन्य राज्यो जैसे महाराष्ट्र, गुजरात आदि से भी इस प्रदर्शनी को देखने के लिए लोग पहुंच रहे है। नर्सरी संचालक लक्ष्मण का का दावा है 

200 से अधिक वैरायटी के गुलाबों की दो दिवसीय प्रर्दशनी पहले दिन स्थानीय लोगो सहित अन्य राज्यों एक हजार लोगो ने अवलोकनThe two-day exhibition of more than 200 varieties of roses was visited by one thousand people from other states including local people on the first day.

पूरे निमाड़ क्षेत्र में गुलाब के पौधों की इस तरह की प्रदर्शनी पहली बार लगाई गई है।प्रदर्शनी को देखने के लिए लोग परिवार सहित भी आ रहे है।गुलाब प्रदर्शनी का समापन मंगलवार को होगा।काग ने कहा की बड़वाह में प्रदर्शनी लगाने का एक कारण यह भी हैं की यहां आसपास के क्षेत्रों में गुलकंद की फैक्ट्री भी संचालित हो रही है।यहां गुलाब से बना गुलकंद पूरे राज्य सहित बाहर के राज्यो में भी सप्लाई हो रहा है।किसान अब अपने खेतो में गुलाब का उत्पादन कर रहे है।

जो इस क्षैत्र के लिए शुभ संकेत है की पारंपरिक खेती को छोड़ इस तरह गुलाब की खेती में किसान संलग्न हो रहे है।इन किसानों को गुलाब के बारे में और अधिक शिक्षित करने के लिए,गुलाब के संबंध में इनकी जानकारी बढ़ाने के लिए,गुलाब से तैयार होने वाले अन्य प्रोडक्ट को बताने के लिए ही यह प्रदर्शनी लगाई गई है।

दुर्लभ गुलाब किस्मों से महकी प्रदर्शनी...

प्रदर्शनी में देश विदेश की दुर्लभ प्रजाति की गुलाब को किस्मों को प्रदर्शन हेतु रखा गया है।इस प्रदर्शनी में दिल्ली, प्रिन्सिस, बंजारन, करिश्मा, चन्द्रमा, चित्तचोर, दीपिका, कविता, जंतर–मंतर, सदाबहार, लहर, सूर्यकिरण, समर, बहिश्त, आइसबर्ग, शबनम आदि जिसमे प्रदर्शन के लिए रखी है।एकसाथ इतनी किस्मों को देख दर्शक भावविभोर हुए।

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