अंतरराष्ट्रीय अग्निशमन दिवस पर दमकल में तैनात कर्मचारियों का किया सम्मान,Firefighters honored on International Fire Day

अंतरराष्ट्रीय अग्निशमन दिवस पर दमकल में तैनात कर्मचारियों का किया सम्मान,


राकेश सिंह दबंग देश 

2 माह में करीब 700 बीघा भूमि की फसल जलने से बचा चुके, 

बदनावर। अंतरराष्ट्रीय अग्निशमन दिवस के मौके पर गुरुवार को यहां नगर परिषद कार्यालय पर अग्निशमन के कार्य में तैनात रहने वाले कर्मचारियों का सम्मान किया गया। 

बदनावर। अंतरराष्ट्रीय अग्निशमन दिवस के मौके पर गुरुवार को यहां नगर परिषद कार्यालय पर अग्निशमन के कार्य में तैनात रहने वाले कर्मचारियों का सम्मान किया गया।


  इस मौके पर नगर पंचायत अध्यक्ष मीना शेखर यादव, उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह पवार, पार्षद भारती राठौड़, अनीता चौहान, भगवंता बाई राव, बबिता नागल व सीएमओ मनोज कुमार मौर्य ने कर्मचारियों का पुष्पमाला पहनाकर सम्मान किया व कर्मचारियों के सराहनीय कामो की तारीफ की। यहाँ नगर परिषद में आपातकालीन अग्निशमन दल में दो फायर ब्रिगेड (दमकल वाहन) तैनात है। इस सीजन में आग लगने की करीब 50 से अधिक घटनाएं हो चुकी है। ग्रामीण क्षेत्रों में दमकल वाहन नहीं होने से सूचना मिलने पर तहसील मुख्यालय से ही फायर ब्रिगेड पहुंचाए जाते हैं। 700 बीघा से अधिक गेहूं चने आदि उपज की फसलें अग्निशमन दल द्वारा बचाई जा चुकी है। कई मकानों में भी आग बुझाने के अलावा पशुओं को भी बचाया गया है। दमकल वाहन के लिए आठ आठ घंटे की पारियों में कर्मचारी तैनात हैं, जो आग लगने की सूचना प्राप्त होते ही चंद मिनटों में ही घटनास्थल पर पहुंच जाते हैं। तहसील के 220 ग्रामों में मात्र दो ही दमकल नगर परिषद में मौजूद है। इसके बावजूद यह पूरी तहसील सहित सरदारपुर, रतलाम, बड़नगर, देपालपुर के सीमावर्ती गांव तक अपनी सेवाएं दे रहे हैं।


   गर्मी के दिनों में अधिकांश आग लगने की घटनाएं जंगलों में होती है और दमकल की गाड़ी की आवश्यकता भी इसी मौसम में अधिक महसूस की जाती है। आग लगने का कारण नरवाई जलाना तथा शॉर्ट सर्किट होना अक्सर सामने आता है। बदनावर क्षेत्र की 89 ग्राम पंचायतों में करीब 220 से अधिक गांव है लेकिन पंचायत स्तर पर कहीं भी दमकल वाहन नहीं है। यहां नगर परिषद में दो दमकल वाहन है जिनमें एक 2500 तथा दूसरा 3500 लीटर पानी की क्षमता के हैं। तहसील की करीब 2 लाख से अधिक आबादी बदनावर में दमकल वाहन पर ही निर्भर है। नगर परिषद भी इसका दायित्व बखूबी तरीके से निभा रही है।

नगर परिषद अध्यक्ष मीना यादव ने बताया कि दमकल वाहनों के लिए आठ आठ घंटों में तीन तीन कर्मचारियों की ड्यूटी तैनात की गई है, जो पूरी तरह अलर्ट रहते हैं। चाहे दिन हो या रात जब भी आग लगने की सूचना मिलती है कि तुरंत ही घटनास्थल की ओर रवाना हो जाते हैं।

  गेंहू की कटाई के बाद खेतों में बची नरवाई को नष्ट करने के लिए कई किसान खेतों में आग लगा देते हैं, गर्मी के मौसम में आग तेज हवा के साथ इस तेजी से फैल आती है कि कुछ ही मिनटों में यह एक खेत से दूसरे खेत तक पहुंच जाती है। कई मर्तबा ऐसे खेत तक आग पहुंच जाती है जहां गेहूं की फसल खड़ी रहती है। सूचना पर तुरंत फायर ब्रिगेड पहुंचकर आग बुझाने में सफलता प्राप्त करती है। अगर समय पर नहीं पहुंची तो आग में कई बीघा गेहूं जलकर खाक हो जाते है। जिससे किसानों को आर्थिक नुकसान भी झेलना पड़ता है। आग लगने का एक कारण शॉर्ट सर्किट भी रहता है। अभी तक नगर परिषद के वाहन ने इन 2 माह में 700 बीघा भूमि की फसल बचा चुकी है। पशुओं के लिए रखा भूसा भी जलने से बचाया जा चुका है। इसके अलावा मकानों में आग लगने की घटनाओं में भी तुरंत पहुंचकर जनहानि होने से रोकी गई है।


   नगर परिषद अध्यक्ष मीना शेखर यादव एवं मनोज कुमार मौर्य ने चर्चा में बताया कि आग लगने की सूचना मिलते ही तुरंत फायर ब्रिगेड घटनास्थल पर पहुंच जाता है। नगर परिषद के पास अभी दो वाहन है। एक ओर बड़े फायर ब्रिगेड की आवश्यकता महसूस की जा रही है। प्रदेश के उद्योग मंत्री व क्षेत्रीय विधायक राजवर्धन सिंह दत्तीगांव के प्रयास से हमे 4800 लीटर क्षमता का एक ओर बड़ा फायर ब्रिगेड मिलने वाला है। इसकी प्रक्रिया चल रही है।

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