2 मार्च को तहसील में भरायेगा भोंगर्या हाट Bhongarya Haat will be filled in Tehsil on March 2

आदिवासी संस्कृति से जुड़े भोंगर्या हाट का आगाज,समाज के लोग ढोल तैयार करने में जुटे,

2 मार्च को तहसील में भरायेगा भोंगर्या हाट

पाटी से दिपक मालवीया :- तहसील के आसपास गांवो में 28 फरवरी मंगलवार से भोंगर्या हाट शुरू हो रहे हैं, तहसील मुख्यालय में 2 मार्च को  भोंगर्या हाट लगेगा। क्षेत्र में सबसे पहले ग्राम रोसर में  भोंगर्या हाट लगेगा। गौरतलब है कि प्रतिवर्ष होली पर्व से पहले क्षेत्र के हाट बाजार  भोंगर्या हाट के रूप में लगते है। रोसर समेत अन्य  भोंगर्या हाट में आदिवासी समाज के पुरुष,महिला व बच्चें पारंपरिक वेशभूषा में पहुंचेंगे। साथ ही अलग-अलग व्यंजनों का लुत्फ लेने के बाद पान खाकर भोंगर्या हाट को मनाया जाएगा। इस दौरान हाट में होली की पूजा की सामग्री की खरीदारी की जाएगी जो कि आदिवासी संस्कृति से जुड़े भोंगर्या हाट का आगाज,समाज के लोग ढोल तैयार करने में जुटे 

पाटी से दिपक मालवीया :- तहसील के आसपास गांवो में 28 फरवरी मंगलवार से भोंगर्या हाट शुरू हो रहे हैं, तहसील मुख्यालय में 2 मार्च को  भोंगर्या हाट लगेगा। क्षेत्र में सबसे पहले ग्राम रोसर में  भोंगर्या हाट लगेगा। गौरतलब है कि प्रतिवर्ष होली पर्व से पहले क्षेत्र के हाट बाजार  भोंगर्या हाट के रूप में लगते है। रोसर समेत अन्य  भोंगर्या हाट में आदिवासी समाज के पुरुष,महिला व बच्चें पारंपरिक वेशभूषा में पहुंचेंगे। साथ ही अलग-अलग व्यंजनों का लुत्फ लेने के बाद पान खाकर भोंगर्या हाट को मनाया जाएगा। इस दौरान हाट में होली की पूजा की सामग्री की खरीदारी की जाएगी जो कि आदिवासी संस्कृति से जुड़े भोंगर्या हाट का आगाज,समाज के लोग ढोल तैयार करने में जुटे

पाटी तहसील के आसपास गांवो में 28 फरवरी मंगलवार से भोंगर्या हाट शुरू हो रहे हैं, तहसील मुख्यालय में 2 मार्च को  भोंगर्या हाट लगेगा। क्षेत्र में सबसे पहले ग्राम रोसर में  भोंगर्या हाट लगेगा। गौरतलब है कि प्रतिवर्ष होली पर्व से पहले क्षेत्र के हाट बाजार  भोंगर्या हाट के रूप में लगते है। रोसर समेत अन्य  भोंगर्या हाट में आदिवासी समाज के पुरुष,महिला व बच्चें पारंपरिक वेशभूषा में पहुंचेंगे। 

पाटी से दिपक मालवीया :- तहसील के आसपास गांवो में 28 फरवरी मंगलवार से भोंगर्या हाट शुरू हो रहे हैं, तहसील मुख्यालय में 2 मार्च को  भोंगर्या हाट लगेगा। क्षेत्र में सबसे पहले ग्राम रोसर में  भोंगर्या हाट लगेगा। गौरतलब है कि प्रतिवर्ष होली पर्व से पहले क्षेत्र के हाट बाजार  भोंगर्या हाट के रूप में लगते है। रोसर समेत अन्य  भोंगर्या हाट में आदिवासी समाज के पुरुष,महिला व बच्चें पारंपरिक वेशभूषा में पहुंचेंगे। साथ ही अलग-अलग व्यंजनों का लुत्फ लेने के बाद पान खाकर भोंगर्या हाट को मनाया जाएगा। इस दौरान हाट में होली की पूजा की सामग्री की खरीदारी की जाएगी जो कि आदिवासी संस्कृति से जुड़े भोंगर्या हाट का आगाज,समाज के लोग ढोल तैयार करने में जुटे

साथ ही अलग-अलग व्यंजनों का लुत्फ लेने के बाद पान खाकर भोंगर्या हाट को मनाया जाएगा। इस दौरान हाट में होली की पूजा की सामग्री की खरीदारी की जाएगी जो कि भोगरिया हाट के अंतिम दिन होलिका दहन के बाद त्यौहार के रूप में मनाकर पूजा सामग्री को प्रसाद के रूप में ग्रहण करेंगे।  भोंगर्या हाट में अलग-अलग क्षेत्र से समाजजन बड़े-बड़े ढोल लेकर पहुंचेंगे। इस दौरान मांदल नृत्य करेंगे। साथ ही समाज के लोग वाद्य यंत्र के साथ शामिल होंगे। जिसमे बांसुरी,पिया,पाववा समेत अन्य शामिल है। इस बार  भोंगर्या हाट को खुलकर मनाने के लिए समाज के लोग उत्साहित है। समाज के लोग इस बार हाट को लेकर पिछले 15 दिनों से तैयारी में जुटे है। जहां एक ओर महिलाएं और बच्चे श्र्गार सामग्री तथा कपड़ों की खरीदी में लगे है, वहीं दूसरी ओर पुरुष भी अपने ढोल तैयार कर रहे हैं।

गुरुवार दोपहर 12 बजे ग्राम वेरवाडा में गांव के सरपंच सायसिंग पटेल, वारती रंजिया,मयराम,बेगम,रमेश,मयताप, फतिया समेत अन्य लोगों ने ढोल को तैयार किया। पाटी तिवारिया हाट बाजार के दिन सुबह से ही ढोल को तैयार करने में लगे रहे। उनका कहना है कि अलग अलग दिनों में लगने वाले भोंगर्या हाट में ढोल लेकर शामिल होंगे और बड़े उत्साह के साथ मनाएंगे। 

सामाजिक कार्यकर्ता टिकाराम खरते ने बताया कि भोंगर्या हाट में समाज के लोग हारकंगन, रंगीन गुड़,संतरे,खजूर,दाली खरीदते हैं। हाट के अंतिम दिन होलिका दहन के बाद त्यौहार के रूप में मनाकर पूजा सामग्री को प्रसाद के रूप में ग्रहण करेंगे।  भोंगर्या हाट में अलग-अलग क्षेत्र से समाजजन बड़े-बड़े ढोल लेकर पहुंचेंगे। इस दौरान मांदल नृत्य करेंगे। साथ ही समाज के लोग वाद्य यंत्र के साथ शामिल होंगे। जिसमे बांसुरी,पिया,पाववा समेत अन्य शामिल है। इस बार  भोंगर्या हाट को खुलकर मनाने के लिए समाज के लोग उत्साहित है। समाज के लोग इस बार हाट को लेकर पिछले 15 दिनों से तैयारी में जुटे है। जहां एक ओर महिलाएं और बच्चे श्र्गार सामग्री तथा कपड़ों की खरीदी में लगे है, वहीं दूसरी ओर पुरुष भी अपने ढोल तैयार कर रहे हैं।

गुरुवार दोपहर 12 बजे ग्राम वेरवाडा में गांव के सरपंच सायसिंग पटेल, वारती रंजिया,मयराम,बेगम,रमेश,मयताप, फतिया समेत अन्य लोगों ने ढोल को तैयार किया। पाटी तिवारिया हाट बाजार के दिन सुबह से ही ढोल को तैयार करने में लगे रहे। उनका कहना है कि अलग अलग दिनों में लगने वाले भोंगर्या हाट में ढोल लेकर शामिल होंगे और बड़े उत्साह के साथ मनाएंगे। 

सामाजिक कार्यकर्ता टिकाराम खरते ने बताया कि भोंगर्या हाट में समाज के लोग हारकंगन, रंगीन गुड़,संतरे,खजूर,दाली खरीदते हैं।

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