भोगर्या हाट में उमड़ी महिला-पुरुष और बच्चों की भीड़ Crowd of women, men and children gathered in Bhogarya Haat

 भोगर्या हाट में उमड़ी महिला-पुरुष और बच्चों की भीड़

लोकसभा सांसद ने बजाया ढोल, थिरके

पाटी (दिपक मालवीया):-आदिवासी संस्कृति का प्रतीक भोगर्या हाट गुरुवार को संपन्न हुआ, जिसमें क्षेत्र के कई गाँवों के आदिवासी महिला-पुरुष व बच्चे अलग-अलग टोली में शामिल हुए। अधिकांश ग्रामीण अपने पारंपरिक परिधान में नजर आए तो कई युवा आधुनिक पोशाक पहनकर भोगर्या हाट में शामिल हुए,युवा वर्ग हाथों में मोबाइल लिए जीस, टी-शर्ट वहीं युवतियों सूट सलवार में दिखी।

पाटी (दिपक मालवीया):-आदिवासी संस्कृति का प्रतीक भोगर्या हाट गुरुवार को संपन्न हुआ, जिसमें क्षेत्र के कई गाँवों के आदिवासी महिला-पुरुष व बच्चे अलग-अलग टोली में शामिल हुए। अधिकांश ग्रामीण अपने पारंपरिक परिधान में नजर आए तो कई युवा आधुनिक पोशाक पहनकर भोगर्या हाट में शामिल हुए,युवा वर्ग हाथों में मोबाइल लिए जीस, टी-शर्ट वहीं युवतियों सूट सलवार में दिखी।

भोगर्या हाट में आदिवासी समाजजन अपनी संस्कृति के साथ ढोल व मादल की थाप बांसुरी की धुन पर पैरों में घुघरू बांधकर जमकर थिरके। इस दौरान भोगर्या हाट लगे मे 3 बड़े व 2 छोटे झूले लगाए गए। जिसका आदिवासी बच्चों सहित बड़ो ने जमकर आनंद लिया। वही समूह की टोली ने एक दूसरे को रंग बिरंगी गुलाल लगाकर भोंगर्या हाट की बधाई दी। युवाओं ने नए वस्त्र कुर्ता पायजामा पहने सर पर सफेद टोपी, गले में रुमाल, आखों पर चश्मा पहने मादल की थाप पर कुर्राट भरी। 45 पंचायत के ग्रामीण हुए शामिल

पाटी (दिपक मालवीया):-आदिवासी संस्कृति का प्रतीक भोगर्या हाट गुरुवार को संपन्न हुआ, जिसमें क्षेत्र के कई गाँवों के आदिवासी महिला-पुरुष व बच्चे अलग-अलग टोली में शामिल हुए। अधिकांश ग्रामीण अपने पारंपरिक परिधान में नजर आए तो कई युवा आधुनिक पोशाक पहनकर भोगर्या हाट में शामिल हुए,युवा वर्ग हाथों में मोबाइल लिए जीस, टी-शर्ट वहीं युवतियों सूट सलवार में दिखी।

गुरुवार को संपन्न हुए भोगर्या हाट में आदिवासी की परंपरा का निर्वहन हँसते नाचते व गाते किया। 12 बजे के बाद बाजार की रौनक में उमड़ी भीड़ जो कि शाम 4 बजे तक चली

पाटी तहसील के 45 ग्राम पंचायत के लोग पाटी के तीसरे भोगर्या हाट का आनंद लिया। लोकसभा सांसद हुए शामिल

लोकसभा सांसद गजेंद्र सिंह पटेल ने झूले में बैठकर,ढोल बजाकर भोगर्या का आनंद लिया। वही ढोल की धुन पर खूब थिरके भी। साथ ही उनके साथ आए जिला पंचायत सदस्य बरमा सोलंकी, जनपद पंचायत अध्यक्ष थानसिंग सस्ते,मंडल अध्यक्ष श्रीकांत त्रिपाठी, जनपद पंचायत सदस्य प्रतिनिधि मनोज डांगी, संतोष पाटीदार, लखन भावसार,जितेंद्र सोनी,पूर्व जनपद पंचायत उपाध्यक्ष दिलु मालवीया भी सांसद के साथ ढोल की धुन पर खूब थिरके। ये रहा खास

फोटो स्टूडियो पर रही भीड़- भोगर्या हाट के दौरान हाट में फोटो स्टूडियों की दुकान पर युवक-युवतीयो की खासी भीड़ रही।दुकानें लगी कतारबद्ध- नगर के बस स्टैंड से लेकर बोकराटा रोड व राम मंदिर से लेकर बस स्टैंड तक कतारबद्ध दुकानें आकर्षण लगी रही थी।

बांसुरी की धुन पर भरी कुर्राट- इस दौरान क्षेत्र से 2 ढोल लेकर आदिवासी समाज के लोग दशहरा मैदान में पहुचे थे। जहां ढोल व बांसुरी की धुन पर समाज के लोग जमकर थिरके। इस हाट बाजार में क्षेत्र से करीबन 10 हजार लोग शामिल हुए। 

युवक-युवतियों ने बनावाये टैटू- ग्रामीण युवक-युवतियों में टेटू बनवाने का शौक देखने को मिला। युवक-युवती अपने हाथों में टैटू बनवाते हुए भोगर्या हाट का आनंद लेते हुए नजर आए।युवतियों ने ली सेल्फी- नए समय में जहां युवक-युवतिया मोबाइल से गाना सुनकर व सेल्फी लेकर भोगर्या हाट में आनंद लेते नजर आए। 

नहीं खुलने दी शराब की दुकान- भोगर्या हाट में शराब का विरोध करने वाले जागृत आदिवासी दलित संगठन ने गुरुवार को शराब दुकान नहीं खुलने दी और दुकान के सामने ही धरना दिया। सुबह 8 बजे से अवैध शराब पर रोक के लिए संगठन के कार्यकर्ता द्वारा देशी-विदेशी शराब दुकान पर धरना देकर बैठे रहे। शाम 4 बजे बाद ही धरना समाप्त किया। वही हाट में घूमकर नजर रखी गई। इस दौरान पश्चिम भारत मजदूर अधिकार मंच गुजरात के द्वारा संगठन से जुड़कर पलायन पर जा रहे मजदूरों के हक अधिकारों की रक्षा के लिए जन जागृति अभियान चलाया और हाट बाजार में पेम्पलेट वितरित किए। 

पुलिस ने अस्थाई कैमरे लगाकर मनचलों पर रखी नजर- भोगर्या हाट में सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस ने 10 स्थानों पर कैमरे लगाकर नजर रखी। ताकि किसी भी प्रकार से अप्रिय घटना ना हो। साथ ही बस स्टैंड पर पुलिस सहायता केंद्र भी स्थापित कर सहायता की।

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